खूंटी. इस्कॉन केंद्र खूंटी के द्वारा एकदिवसीय भागवत गीता कथा का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रवचन करते हुए शुकामृत दास ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण के लिए किया गया कर्म ही अर्चन है. हमें यज्ञ, दान, तपस्या प्रत्येक कर्म भगवान श्री कृष्ण की प्रसन्नता के लिए करना चाहिए. किसी भी दशा में भगवान को नहीं भूलना चाहिए. आजकल लोग भोगी और तथाकथित त्यागी हो गये हैं. भगवत गीता हमें सिखाता है भोग छोड़ो, त्याग छोड़ो, भक्ति से नाता जोड़ो. उन्होंने श्रद्धालुओं को शुद्ध सत्व धर्म का पालन करने के लिए कहा. उस परमेश्वर की सेवा में सब कुछ अर्पण करते हुए लगे रहना चाहिए. यही भागवत गीता हमें सिखाती है. कथा के बाद प्रसाद का वितरण किया गया.
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