खूंटी. भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू से भगवान बिरसा संदेश यात्रा की शुरुआत की. मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, विशिष्ट अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष आर्यन मान और एबीवीपी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोविंद नायक की उपस्थिति में रथ को रवाना किया गया. इससे पहले बिरसा ओड़ाः परिसर में मुख्य अतिथि अर्जुन मुंडा ने पूजा-अर्चना की. वहीं भगवान बिरसा मुंडा के प्रतिमा में माल्यार्पण कर नमन किया. उनके वंशजों से मुलाकात की. उन्होंने बताया कि बिरसा मुंडा संदेश यात्रा भगवान बिरसा की जन्मस्थली उलिहातू से होते हुए खूंटी, चक्रधरपुर, चाईबासा, सरायकेला, रांची, जमशेदपुर, गुमला, लोहारगदा, लातेहार, मोदिनीनगर, गढ़वा, दुद्धीनगर, राबर्ट्सगंज, वाराणसी, जौनपुर, कुशभवनपुर, रायबरेली, लखनऊ, सीतापुर, बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर के रास्ते होते हुए देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित होने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 71वें राष्ट्रीय अधिवेशन के अधिवेशन स्थल में 27 नवंबर को पहुंचेगी.
टाउन हॉल में की गयी संगोष्ठी
भगवान बिरसा संदेश यात्रा के खूंटी पहुंचने पर स्थानीय टाउन हॉल में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि यात्रा के दौरान रास्ते भर संगोष्ठियों, नुक्कड़ नाटकों और प्रदर्शनी के माध्यम से भगवान बिरसा के योगदान को जन-जन तक पहुंचाया जायेगा. भगवान बिरसा की जीवन-गाथा राष्ट्रभक्ति और स्वाभिमान की प्रेरणा है. कम संसाधनों में भी उन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध अदम्य साहस दिखाया. विशिष्ट अतिथि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष आर्यन मान ने कहा कि बिरसा मुंडा का संघर्ष भारतीय अस्मिता की धरोहर है, जिसे युवाओं तक पहुंचाना आवश्यक है. कार्यक्रम में एबीवीपी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोविंद नायक, सीके भगत, राजकुमार, मनोज कुमार, प्रकाश टूटी सहित अन्य उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

