जामताड़ा. जिला परिषद अध्यक्ष राधारानी सोरेन ने उपायुक्त को आवेदन देकर फतेहपुर बीडीओ के विरुद्ध अभद्र व्यवहार एवं असंसदीय भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया है. आवेदन में बताया है कि वे 05 जून की समय दोपहर दो बजे मनरेगा योजना की स्वीकृति के संबंध में जानकारी प्राप्त के लिए बीडीओ प्रखंड कार्यालय विचार विमर्श के लिए गई थीं, जब वह कार्यालय में बीडीओ के सामने बैठी हुई थी, इसी क्रम में बीडीओ उनके साथ अभद्र व्यवहार करने लगे. असंसदीय भाषा से प्रयोग किया. बीडीओ की अभद्र व्यवहार से देखकर कार्यालय से बाहर आ गयी. कहा कि फतेहपुर बीडीओ के व्यवहार से प्रतीत होता है कि सामान्य जनमानस के कार्य पर इनकी कोई रुचि नहीं है. बीडीओ ने एक आदिवासी महिला से व्यवहार कर सकते है, तो सामान्य जनमानस के साथ इनका व्यवहार क्या होगा. आवेदन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री कार्यालय झारखंड सरकार, ग्रामीण विकास मंत्री, राष्ट्रीय महिला आयोग, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास दिया गया है. क्या कहते हैं फतेहपुर बीडीओ – फतेहपुर बीडीओ ने कहा कि आरोप पूरी तरह से निराधार हैं. जिला परिषद अध्यक्ष स्वयं सहायता समूह के तहत पीडीएस दुकानदार हैं. सचिव वे खुद हैं, पिछले महीना 15 तारीख तक राशन वितरण नहीं किया गया था. एमओ के प्रभार में रहने के लिए जांच में गयी थी, जांच में सही पाया गया कि 15 तारीख तक एक केजी राशन का वितरण नहीं किया गया था. जांच करके स्पष्टीकरण किया तथा जिला को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजे. इसी को लेकर जिप अध्यक्ष दुश्मनी निकाल रहीं हैं. – प्रेम कुमार दास, बीडीओ, फतेहपुर
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