जामताड़ा. सीपीआईएम के क्षेत्रीय स्तर पर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन रविवार को हुआ. इसकी अध्यक्षता जिला कमेटी सदस्य चंडीदास पुरी ने की. सत्र संबोधन राज्य कमेटी के प्रशिक्षण सब कमेटी प्रभारी समीर कुमार दास ने किया. कहा कि आज देश में कई चुनौतियां हमारे सामने में मौजूद हैं. खासकर आरएसएस एवं उनके शाखा संगठन द्वारा पुरजोर तरीके से देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की जो परिकल्पना की है, वह काफी खतरनाक है. उन्होंने सदाशिवराव गोलवलकर की किताब का उदाहरण देते हुए कहा कि आरएसएस का हिंदू धर्म से कोई सरोकार नहीं है. आरएसएस का हिंदुत्व एक राजनीतिक कार्यक्रम है. आरएसएस के हिंदुत्व में नफरत की बात खास करके अल्पसंख्यक कम्युनिटी के बारे में विषवमन किया जाता है. जनता को भ्रमित करके अपने राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश करते आ रहे हैं. कहा कि आज देश में मौजूदा अर्थव्यवस्था आरएसएस के हिंदुत्व और कॉर्पोरेट गठजोड़ कायम करते हुए मजदूर वर्गों के हितों का हनन करने के लिए नीतियां बना रहे हैं. कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार आरएसएस के अधीन है. उनका कहना है कि देश की सारी संवैधानिक ढांचाएं जैसे- चुनाव आयोग, इडी, सीबीआई, सुप्रीम कोर्ट जो भी है, इनको भी मौजूदा सरकार अपने कब्जे में किए हुए है. नव फासीवाद मेहनतकश जनता के लिए काफी खतरनाक है. हमें इस वैचारिक हमले को चुनौती के रूप में लेना होगा. कहा कि हमारी पार्टी सीपीआइएम की बहुत बड़ी जिम्मेवारी है. आरएसएस के वैचारिक हमले का हम कैसे मुकाबला करें. इस पर उन्होंने कहा कि आरएसएस के हिंदुत्व की पोल खोलनी होगी. उन्होंने कहा कि आज जिस तरह से हिंदुत्व के कारपोरेट के साथ गठजोड़ के कारण देश की अर्थव्यवस्था रसातल में जा रही है. आगे आने वाले दिनों में यह नव फासीवादी ताकतें खुलकर सामने आएगी और जनवादी आंदोलन को कुचलने का प्रयास करेगी. हमें जनता की जनवादी क्रांति को आगे बढ़ाने के लिए जनवादी तरीके से लोगों के बीच जाना होगा एवं जनता की रोजमर्रा की समस्याओं को लेकर उनके आंदोलन के साथ जुड़ना होगा. तभी हम आरएसएस की इस हिंदुत्व की विचारधारा का मुकाबला कर सकते हैं. मौके पर प्रशिक्षण में साबिर हुसैन, गोविंद पंडित, लखन लाल मंडल, सुजीत कुमार माझी, अनूप सरखेल, लखी सोरेन, सोना मुनी, धनंजय प्रसाद, सुरेश गुप्ता, नवल किशोर आदि शामिल हुए.
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