फतेहपुर. जगधात्री पूजा के उपलक्ष्य पर फतेहपुर प्रखंड के जोरडीहा गांव में शुक्रवार की रात बंगाल के कलाकारों ने बांग्ला नाटक जीवन दिये प्रेम किनेछी की प्रस्तुति की गयी. सभी कलाकारों ने दक्षता पूर्वक प्रस्तुति का निर्वहन किया. बांग्ला नाटक के माध्यम से बताया कि वास्तव में प्यार मोहब्बत समर्पण के बिना प्राप्त नहीं होता. पटकथा अभिनय की कुशलता का सही निर्णय दर्शक ही दे सकते हैं. बांग्ला नाटक को दर्शकों ने अंत तक देखा. नाटक में आनंद, खुशी, हास्य, दु:ख अन्याय, अत्याचार व राजनीति का अंत, खलनायक प्रशासन के हाथ चढ़ा आदि की सराहनीय प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. गीत संगीत, नृत्य, संलाप, बहुरंगी आलोक माला के बीच ध्वनि तथा वाद्य यंत्र की अनुशासित झंकार ने भी दर्शक दीर्घा को विचलित नहीं होने दिया. दर्शक पल पल एक-एक सीन को देखते रहे. पेरुया अपराजिता नाट्य गोष्ठी परिचालित जात्रा पाला के सौजन्य से बंगाल के कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी गयी. मुख्य रूप से कलाकार लेखक डॉ तापस कुमार, निर्देशक नील रतन मुखर्जी एवं सदान्न भंडारी, सम्पादन में पल्लव ठाकुर एवं सुशांत सेनगुप्त, म्यूजिक अयन नायक एवं राज भंडारी, नेपथ्य कांचन मुखार्जी, आलो संदीप दास गुप्त, नृत्य में तिथि दास गुप्त ने सराहनीय भूमिका निभायी. कार्यक्रम के सफल आयोजन में उज्ज्वल गोस्वामी, सचिनंदन गोस्वामी, सनातन गोस्वामी, बादल गोस्वामी, बद्रीनाथ गोस्वामी, बिमल कृष्ण गोस्वामी, चंदन गोस्वामी, पवन गोस्वामी, गोपीनाथ मंडल, विपुल गोस्वामी, आशीष गोस्वामी, सुभाष मंडल, समीर गोस्वामी, सुभाष गोस्वामी आदि एवं विशेष विधि व्यवस्था में फतेहपुर थाना प्रभारी का योगदान सराहनीय रहा.
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