वारदात. नारायणपुर सीएचसी में चिकित्सक के साथ हुई थी मारपीट संवाददाता, जामताड़ा नारायणपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हाल ही में नवजात की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने चिकित्सक के साथ मारपीट की थी. इस घटना का असर पूरे जिले में देखने को मिल रहा है. घटना के विरोध में चिकित्सक लगातार आंदोलनरत हैं. इसी कड़ी में शनिवार को तीसरे दिन भी सदर अस्पताल सहित सभी सीएचसी व पीएचसी में आउटडोर पेशेंट विभाग (ओपीडी) की सेवाएं बाधित रहीं. ओपीडी बंद रहने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. ग्रामीण इलाकों से इलाज के लिए आए लोग मायूस होकर लौटे. कई गंभीर मरीजों को निजी क्लीनिक और दवा दुकानों का सहारा लेना पड़ा. अस्पताल पहुंचे मरीजों ने स्वास्थ्य सेवा बहाली की मांग की, ताकि उन्हें राहत मिल सके. चिकित्सकों ने कहा है कि जब तक मारपीट करने वाले आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा और ओपीडी सेवा ठप रहेगी. चिकित्सकों का कहना है कि डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है. यदि चिकित्सक ही असुरक्षित महसूस करेंगे तो मरीजों का बेहतर इलाज संभव नहीं हो पायेगा. इससे सबसे अधिक असर गरीब और दूरदराज के मरीजों पर पड़ रहा है, जिनके पास निजी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए संसाधन नहीं हैं. लोग उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जिला प्रशासन और पुलिस शीघ्र कार्रवाई कर दोषियों को गिरफ्तार करे, ताकि स्वास्थ्य सेवाएं सामान्य हो सके. इधर सीएस डॉ आनंद मोहन सोरेन ने कहा कि पुलिस प्रशासन से उक्त मामले में कार्रवाई की मांग की गयी है. इसे लेकर संघ की ओर से दो बार ज्ञापन भी सौंपा गया है. कहा, जल्द आरोपी की गिरफ्तार हो, ताकि चिकित्सा व्यवस्था सामान्य हो सके.
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