नारायणपुर. प्रखंड के मोहडार गांव स्थित कादरी जामा मस्जिद में रमजान के पवित्र महीने की 27वीं रात एक ऐतिहासिक और रूहानी माहौल का गवाह बनी. इस खास मौके पर हाफिज मो अत्ताउल्लाह ने तरावीह की नमाज के दौरान कुरान को मुकम्मल कराया. इस दौरान मस्जिद के अंदर रोजेदारों की भारी भीड़ उमड़ी. तरावीह की नमाज के बाद कादरी जामा मस्जिद की कमेटी के सदस्यों ने हाफिज मो अत्ताउल्लाह को कुरान मुकम्मल कराने के लिए सम्मानित किया. रोजेदारों और कमेटी के सदस्यों ने उनके प्रति आभार व्यक्त किया और मुसाफा (हाथ मिलाकर शुभकामनाएं) करते हुए उन्हें मुबारकबाद दी. इस दौरान पूरे समुदाय में खुशी और सुकून का माहौल देखा गया. कमेटी के सदस्यों में जॉन मोहम्मद, अलाउद्दीन अंसारी, रिजवान अंसारी, अब्दुल कयूम अंसारी, मंताज अंसारी, नईम अंसारी और मोहम्मद अबुल सहित सैकड़ों लोगों ने इस खास मौके पर अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. जामा मस्जिद के इमाम मौलाना जाकिर हुसैन ने रमजान और कुरान के महत्व पर रौशनी डालते हुए बताया कि रमजान का महीना रहमत, बरकत और माफी का महीना है. कहा कुरान मुकम्मल होने की 27वीं रात को इस्लाम में बेहद पाक और खास माना जाता है. मौलाना ने अल्लाह से सभी के लिए अमन, चैन और तरक्की की दुआ करायी. आखिरी जुमे पर जरूरतमंदों के बीच बांटे कपड़े : रमज़ान के पाक महीने के आखिरी शुक्रवार को अलविदा जुमे की नमाज़ अदा की गयी. स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी के प्रतिनिधि अजहरुद्दीन ने नारायणपुर स्थित जामा मस्जिद में नमाज अदा की और ईद की अग्रिम शुभकामनाएं दीं. नमाज़ के बाद अजहरुद्दीन ने गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के बीच साड़ी और लुंगी का वितरण किया. कहा कि मंत्री डॉ इरफान अंसारी की सोच है कि हर व्यक्ति त्योहार को हंसी-खुशी और प्रेमभाव से मनाए. अलविदा जुमा का दिन माफी, दुआ और रहमत का खास दिन है. हम सबको अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगनी चाहिए और दुआ करनी चाहिए कि वह हम पर अपनी रहमत बनाए रखे. रमज़ान हमें संयम, त्याग और इंसानियत का सबक सिखाता है. मंत्री डॉ इरफान अंसारी का संदेश है कि सभी लोग ईद का त्योहार मिलजुल कर प्रेम और भाईचारे के साथ मनाएं. गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें ताकि हर चेहरा मुस्कुरा सके. इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है