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दो सगे भाई बिमल राय व कमल राय समेत चार साइबर आरोपी गिरफ्तार, भेजा जेल

जामताड़ा के पांडेडीह मुहल्ला, करमाटांड़ के उपर भीठरा व बारादहा गांव में किया छापेमारी

जामताड़ा. जामताड़ा साइबर थाना की पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. दो सगे भाई समेत चार साइबर आरोपियों को शहर के पांडेडीह मोहल्ले, करमाटांड़ के बारादहा व उपर भीठरा गांव से गिरफ्तार किया गया है. इसका खुलासा साइबर डीएसपी अशोक कुमार राम ने रविवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर किया. उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक को मिली गुप्त सूचना के आधार पर अपराधियों के विरुद्ध छापेमारी अभियान चलाया गया. इस क्रम में जामताड़ा सदर थाना के पांडेडीह मोहल्ले से साइबर अपराध करते दो सगे भाई बिमल कुमार राय व कमल राय को साइबर अपराध करते गिरफ्तार किया गया. बताया कि ये दोनों सगे भाई बिमल कुमार राय व कमल राय देवघर जिले के चितरा थाना क्षेत्र के आमडीह गांव के रहने वाले हैं. वर्तमान में जामताड़ा शहर के पांडेडीह मोहल्ले में रह रहे थे. वहीं दो अन्य आरोपी करमाटांड़ थाना क्षेत्र के असरफ अंसारी व बारादहा गांव के इरसाद अंसारी को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपी इरसाद अंसारी का वर्तमान पता देवघर जिले के कराें थाना क्षेत्र के लक्खीटांड़ गांव है. इन सभी के पास से 17 फर्जी मोबाइल, 22 सिम, नौ एटीएम, दो पासबुक, दो चेकबुक, पांच पैन कार्ड, दो आधार कार्ड, एक वोटर कार्ड के अलावा बिमल कुमार राय व कमल राय के पास एक चार पहिया वाहन (जेएच 12 सी 3890) भी जब्त किया गया है. इन सभी के विरुद्ध जामताड़ा साइबर थाना कांड संख्या 27- 2024 धारा 414, 419, 420, 467, 471, 120 बी भादवि एवं 66 बीसीडी आईटी एक्ट के अंतर्गत कांड दर्ज कर गिरफ्तार चारों अभियुक्तों को मंडलकारा जामताड़ा भेज दिया गया. साइबर डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार साइबर आरोपी एसबीआई क्रेडिट/डेबिट कार्ड बंद होने की बात बताकर एवं लोगों को झांसा में लेकर उनके मोबाइल में स्क्रिन सेयरिंग ऐप जैसे एनीडेस्क, टीम वीउर डाउनलोड करवाकर क्रेडिट/डेबिट कार्ड के सभी तरह का गोपनीय जानकारी प्राप्त कर साइबर ठगी किया जाता था. साथ ही गूगल पे एवं फोन पे के कस्टमेयर केयर नंबर के रूप में अपना फर्जी मोबाइल नंबर डालकर उपभोक्ताओं का कॉल प्राप्त कर उनके आनी वाली समस्या का निपटारा करने के नाम पर उनके मोबाइल पर क्विक सपोर्ट, एनीडेस्क जैसे मोबाइल शेयरिंग एप डाउनलोड करवाकर उनके सारी बैंक की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर साइबर ठगी की जाती थी. कहा गिरफ्तार सभी आरोपितों के संपत्ति का विस्तृृत जानकारी प्राप्त कर मूल्यांकन किया जायेगा कि साइबर ठगी से कितने अवैध संपत्ति अर्जित किया गया है. ये सभी शातिर साइबर अपराधी हैं. इनके गैंग में और कई लोग शामिल है. जिसका डिटेल निकाला जा रहा है. ये सभी करीब दो- तीन साल से साइबर अपराध से जुड़े थे और अवैध संपत्ति अर्जित किया है. कहा जब्त मोबाइल सिम का अवलोकन किया जा रहा कि किन किन लोगों से ठगी किया है. बताया कि ये लोग महाराष्ट्र, तमिलनाडु आदि प्रदेशों के लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे. गिरफ्तार अभियुक्त इरसाद अंसारी को तेलगू भाषा की भी जानकारी है. जिसके लोगों को ठगी करने में आसानी होती है.

छापेमारी में ये थे शामिल

छापामारी दल में साइबर डीएसपी अशोक कुमार राम, थाना प्रभारी अब्दुल रहमान, आरक्षी अब्दुल गनी, आरक्षी अभय कुमार मिश्रा, आरक्षी विष्णु माझी, आरक्षी सुनील हॉसदा, आरक्षी दीपक सोरेन, आरक्षी रंजीत दास सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे.

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