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रोजगार, शिक्षा और महंगाई जैसे मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत

बजट पूर्व परिचर्चा: मिहिजाम के बुद्धिजीवियों ने बतायी सरकार से अपनी अपेक्षाएं

बजट पूर्व परिचर्चा: मिहिजाम के बुद्धिजीवियों ने बतायी सरकार से अपनी अपेक्षाएं प्रतिनिधि मिहिजाम – झारखंड विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से आरंभ हो गया है. इस सत्र में राज्य सरकार आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश करेगी. बजट को लेकर जनता की उम्मीदें और आकांक्षाएं जुड़ी हुई हैं. समाज के हर तबके को उम्मीद है कि इस बजट में उनके लिए कुछ विशेष प्रावधान होंगे. इन्हीं अपेक्षाओं के चलते सरकार ने आम जनता से बजट के लिए सुझाव आमंत्रित किये हैं, ताकि सभी वर्गों की जरूरतों और इच्छाओं को बजट में स्थान मिल सके. इसी क्रम में लोगों के विचार जानने के लिए प्रभात खबर ने सोमवार को जनजातीय संध्या डिग्री महाविद्यालय मिहिजाम में बजट पूर्व परिचर्चा का आयोजन किया, जहां शिक्षकों ने अपने विचार साझा किए. इस चर्चा में खासतौर पर रोजगारोन्मुखी शिक्षा पर जोर दिया गया. वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान समय में बेरोजगारी और महंगाई पर नियंत्रण आवश्यक है. इस परिचर्चा में शिक्षाविदों ने स्पष्ट किया कि बजट ऐसा होना चाहिए जो आम लोगों की जरूरतों को समझे और उनकी समस्याओं का समाधान प्रदान करे. रोजगार, शिक्षा और महंगाई जैसे मुद्दों पर ध्यान देकर सरकार राज्य के विकास को नई दिशा दे सकती है. अब सभी की निगाहें बजट पर टिकी हैं. ……………………….. क्या कहते हैं बुद्धिजीवी – वर्तमान समय में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है. सरकार को चाहिए बजट में ऐसा प्रावधान करें कि आज का विद्यार्थी स्कूल कॉलेज की शिक्षा के बाद आसानी से रोजगार की व्यवस्था कर सके. इसके लिए शिक्षा पर अधिक से अधिक खर्च कर इसे रोजगार उन्मुखी बनाने की आवश्यकता है. – प्रो शंभू सिंह राज्य सरकार को रोजगार, शिक्षा व चिकित्सा जैसी आवश्यक सेवाओं को बेहतर करने की जरूरत है. देश में बेरोजगारी बढ़ते जा रही है और महंगाई भी बढ़ रही है. महंगाई पर सरकार का नियंत्रण नहीं है. वस्तुओं के दाम मनमाने तरीके से बढ़ती है. इससे आम जनता के लिए जीवन काफी कठिन होता जा रहा है. सरकार इन बिंदुओं पर अपना विशेष ध्यान फोकस करना चाहिए. – प्रो पुष्पा टोप्पो 2024-25 के बजट मध्यम वर्ग तथा गरीब लोगों के हितों को ध्यान में रख कर बनाया जाय. खाने पीने के आवश्यक समानों पर टैक्स में कटौती कर देना चाहिए. चिकित्सा सेवा में सुधार तथा दवा की कीमतों पर नियंत्रण होना चाहिए.- प्रो राम प्रकाश दास बजट में युवाओं के हितों पर ध्यान देना चाहिए. राज्य में बेरोजगार युवकों की बड़ी फौज है. इसका समाधान किस प्रकार हो ऐसी व्यवस्था बजट में युवकों के हित में करने की आवश्यकता है. – प्रो अमिता सिंह बजट में रोजगार सृजन को बड़े स्तर पर समर्थन देना चाहिए. सामान्य शिक्षा के स्थान पर व्यवसायिक कौशल शिक्षा से स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा सकता है. इससे राज्य के विकास को भी गति मिलेगा. प्रो शबनम खातुन बजट लोक लुभावन के स्थान पर जमीनी स्तर पर क्रियान्वित होने वाली बने तो ज्यादा बेहतर होगा. सरकार को इसके लिए कठोर निर्णय लेने की आवश्यकता होगी, ताकि राज्य की वित्तिय स्थिति भी मजबूत हो सके.- डॉ राकेश रंजन

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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