नारायणपुर. थाना क्षेत्र अंतर्गत पांडेडीह मोड़ पर चंदा के नाम पर आठ लड़कियों ने घंटे भर हाई वोल्टेज ड्रामा किया. घटना शनिवार दोपहर की है. लड़कियां हाईवे पर गाड़ी रोक कर चंदा ले रही थी. लड़कियों का कहना था कि इन पैसों से वे कैंसर पीड़ित बच्चों का उपचार कराएगी और उनकी सेवा में इसे लगाएगी. इसके लिए सादा कागज पर चंदा देने वाले दाताओं का नाम और हस्ताक्षर भी था. हाईवे पर बाइक, चारपहिया हो या फिर ट्रक सबको रोक-रोक कर चंदा ले रही थी. लगभग एक घंटे तक ज़ब यह ड्रामा चला, तब जाकर वहां के स्थानीय लोगों ने इस बात का घोर विरोध किया. विरोध के बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना नारायणपुर थाना को दी. सूचना मिलने के कुछ देर बाद नारायणपुर थाना के सहायक सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे. चंदा कर रही लड़कियों को डांट-फटकार लगायी और उन्हें वहां से हटा दिया. अब इस पूरे प्रकरण में एक बड़ा सवाल यह उठता है कि जहां एक तरफ हाईवे पर यातायात सुरक्षा को लेकर आए दिन सवाल खड़े होते हैं. ऐसे में हाईवे पर घंटे भर लड़कियों का हाई वोल्टेज ड्रामा आखिर क्यों बर्दाश्त किया गया. आखिर उनकी नजर क्यों वहां तक नहीं पहुंची. जिस जगह पर लड़कियों का हाई वोल्टेज ड्रामा चल रहा था, वह एक्सीडेंट जोन है. तीनों तरफ से आवागमन का मार्ग है. गाड़ियों को रोक कर चंदा लेने के क्रम में अगर दुर्घटना हो जाती है तो इसकी जवाबदेही आखिर किसकी होती. लड़कियां कहां से थी और कैसे आयी, इसकी भी पड़ताल नहीं हुई. अगर उन लड़कियों के साथ ही कोई अप्रिय घटना घट जाती तो इसकी जवाबदेही किनकी होती. इन सारे सवालों की चर्चा और पुलिस की कार्यशैली पर अब चौक-चौराहों पर चर्चा हो रही है.
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