जामताड़ा. हर साल वैशाख महीने में बुद्ध पूर्णिमा मनायी जाती है. मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान गौतम बुद्ध को बोधगया में ज्ञान प्राप्ति हुई थी. भगवान बुद्ध बौद्ध धर्म के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं. आज के दिन बौद्ध धर्म के लोग देश और समाज में सुख समृद्धि की कामना करते हैं, लेकिन बुद्ध पूर्णिमा का महत्व सनातन धर्म में भी खास है, इसे लेकर शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली. बुद्ध पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं की भीड़ पर पुजारी ने कहा कि यह संयोग कई वर्षों के बाद आया है. वैशाख माह में पूर्णिमा के दिन सोमवार का होना बेहतर संयोग माना जाता है. भगवान बुद्ध के साथ-साथ भक्तों को भगवान भोलेनाथ का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है. श्रद्धालुओं ने दुखहरण नाथ बाबा से लिया आशीर्वाद नारायणपुर. प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न देवालयों में सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य देवी देवताओं की भक्तिभाव से पूजा अर्चना की. वहीं करमदहा में स्थित दुखहरण नाथ मंदिर में गुरु पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ व माँ पार्वती की पूजा-अर्चना की. पूजा से पूर्व श्रद्धालुओं ने मंदिर के समीप से होकर गुजरने वाली बराकर नदी में स्नान की. कलश में जल भरकर मंदिर पहुँचे. श्रद्धालुओं ने दुखहरण बाबा का जलाभिषेक किया. वहीं मंदिर में पूजा के बाद शिवभक्तों ने बताया कि बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बाबा दुखहरण नाथ की पूजा अर्चना कर संपूर्ण देशवासियों के लिए मंगलकामना की.
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