विद्यासागर. करमाटांड़ प्रखंड के सरस्वती शिशु मंदिर झिलुवा में रविवार को सप्तशक्ति संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाओं और बहनों ने भाग लिया. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिला जागरूकता, पारिवारिक संस्कार, बच्चों के उत्तम भविष्य और भारतीय संस्कृति के मूल्यों को बढ़ावा देना था. कार्यक्रम में सरस्वती शिशु मंदिर फतेहपुर से आयी मुख्य वक्ताओं ने महिलाओं को परिवार में संस्कारों की भूमिका, बच्चों के रहन-सहन, माता-पिता के कर्तव्यों और सकारात्मक वातावरण के महत्त्व पर विस्तार से जानकारी दी. वक्ताओं ने बताया कि घर-परिवार में अनुशासन और प्रेमपूर्ण व्यवहार से बच्चों का सर्वांगीण विकास संभव है. महिलाओं को संयुक्त परिवार के लाभ समझाते हुए बताया कि ऐसे परिवारों में सहयोग, सुरक्षा और सामाजिक मूल्यों का सुदृढ़ विकास होता है. कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण महिलाओं के बीच आयोजित प्रश्न मंच प्रतियोगिता रही, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और रोचक प्रश्नों के उत्तर देकर पुरस्कार भी प्राप्त किए. वक्ताओं ने महिलाओं को अपने घरों में तुलसी पौधा लगाने की प्रेरणा दी तथा इसके औषधीय गुणों के बारे में विस्तृत जानकारी दी. साथ ही बच्चों को मोबाइल की लत से दूर रखने और उनके समय को रचनात्मक गतिविधियों में लगाने के उपाय भी बताए गए. इस अवसर पर विशिष्ट महिलाओं को सम्मानित भी किया गया. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में फतेहपुर शिशु मंदिर की आचार्या भादू पंडित, रीता दीदी, विद्यासागर से आचार्या सुधा दीदी, विभाग निरीक्षक सुरेश मंडल, संकुल प्रमुख कृष्णकांत दुबे, प्रधानाचार्य जगजीत कुमार सहित आचार्य शंकर मंडल, महादेव मंडल, सुधीर मंडल, संजय मंडल, पूजा दीदी, प्रीति दीदी, कालेश्वर मंडल, जितेंद्र मंडल, संजय मंडल तथा प्रबंधन समिति के सचिव राजू मंडल, अध्यक्ष दिलीप मंडल, सदस्य अर्जुन मंडल और शंभू मंडल उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन आचार्या रीना ने किया. धन्यवाद ज्ञापन पूजा ने दिया. कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्रामीणों का विशेष सहयोग रहा.
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