फतेहपुर. प्लस टू उच्च विद्यालय फतेहपुर परिसर में नए भवन कक्ष निर्माण कार्य को लेकर रविवार को विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों ने गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए विरोध जताया. सदस्यों ने कहा कि निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, जिससे भवन की मजबूती पर सवाल खड़े हुए हैं. जानकारी के अनुसार, विद्यालय परिसर में पिछले तीन महीनों से भवन निर्माण कार्य प्रगति पर है. अधिकांश हिस्सा तैयार हो चुका है और वर्तमान में छत के ऊपर रेलिंग निर्माण का कार्य चल रहा है. समिति के सदस्यों ने आरोप लगाया कि रेलिंग निर्माण में मानक के विरुद्ध बंगला ईंट का उपयोग किया जा रहा है, जबकि पूरे भवन निर्माण में चिमनी ईंट लगाने का प्रावधान है. सदस्यों ने कहा कि यदि मुख्य भवन में चिमनी ईंट का उपयोग किया गया है तो रेलिंग और फर्श सोलिंग में स्थानीय बंगला ईंट का प्रयोग क्यों किया जा रहा है, यह जांच का विषय है. इसी तरह चारदीवारी निर्माण में भी अनियमितता सामने आयी है. पहले खेप में बनाए गए हिस्से में हर पिलर में सरिया वाला रिंग 12 से 14 इंच के अंतराल पर लगाया गया था, लेकिन अब दूसरी खेप में पिलर ही नहीं दिया गया है. इससे निर्माण की गुणवत्ता और दीवार की मजबूती पर संदेह पैदा हो गया है. समिति सदस्यों का कहना है कि बिल्डिंग निर्माण में मानक के अनुरूप चिमनी ईंट का इस्तेमाल होना चाहिए था, परंतु मौके पर स्थानीय ईंटों का प्रयोग स्पष्ट रूप से देखा गया है. इसके बावजूद विभागीय स्तर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. सदस्यों ने बताया कि पिछले 5-6 बैठकों में इन अनियमितताओं पर सवाल उठाए गए, लेकिन प्राक्कलन राशि, सामग्री के अनुपात और निर्माण की गुणवत्ता से संबंधित जानकारी किसी को उपलब्ध नहीं करायी गयी. सदस्यों ने आरोप लगाया कि विद्यालय प्रबंधन समिति के सुझावों और आपत्तियों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है. उन्होंने निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जांच कराने और जिम्मेदारों पर उचित कार्रवाई की मांग की है. इस मौके पर एसएमसी अध्यक्ष अजीत मंडल, उपाध्यक्ष मोयना दासी, सदस्य नकुल, तपन, अफजल समेत अन्य उपस्थित थे. इस संदर्भ में डीइओ चार्ल्स हेंब्रम से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं हो सकी.
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