प्रकोप . एक सप्ताह से इलाके मे डायरिया का कहर जारी
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नाला में डायरिया से दो की मौत
प्रकोप . एक सप्ताह से इलाके मे डायरिया का कहर जारी नाला : नाला के बड़ारामपुर गांव में डायरिया से दो लोगों की मौत हो गयी है. एक मरीज पानेश्वर मुर्मू 60 वर्ष की मौत गांव में हुई, जबकि दूसरे मरीज निताई हांसदा 25 वर्ष की मौत दाे दिन पहले कैंप में इलाज के बाद […]
नाला : नाला के बड़ारामपुर गांव में डायरिया से दो लोगों की मौत हो गयी है. एक मरीज पानेश्वर मुर्मू 60 वर्ष की मौत गांव में हुई, जबकि दूसरे मरीज निताई हांसदा 25 वर्ष की मौत दाे दिन पहले कैंप में इलाज के बाद शनिवार को आसनसोल में हो गयी. पिछले एक सप्ताह से इलाके में डायरिया फैला है. यहां कैंप लगा कर इलाज भी किया जा रहा है. इसके बावजूद दो लोगों की मौत कैंप की कार्यशैली पर सवाल जरूर खड़ा करता है. हालांकि घटना की सूचना पाकर बीडीओ ज्ञान शंकर जायसवाल तथा सिविल सर्जन मार्शल आईंद ने गांव तथा कैंप का भी निरीक्षण किया. बताया जाता है कि निताई हांसदा इलाज दो दिन पूर्व बड़ारामपुर डायरिया कैम्प में हुआ था. उसके बाद वह ठीक हो गया था. उसे पुन: नाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से आसनसोल रेफर किया गया, जहां उनकी मौत 12 अगस्त सुबह 9 बजे हो गई.
डायरिया प्रभावित गांव का दौरा करते बीडीओ.
स्वास्थ्य विभाग झाड़ रहा पल्ला
दोनों की माैत से स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह पल्ला झाड़ रहा है. चिकित्सकों का कहना है कि दोनों की माैत पूर्ण रुपेण डायरिया से नहीं हुई, बल्कि उसके साथ अन्य रोग का भी प्रभाव था. इस संबंध में सिविल सर्जन मार्शल आईंद तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नदियानंद मंडल ने संयुक्त रूप से कहा कि मृतक पानेश्वर मुर्मू 60 वर्ष प्रारंभ में डायरिया से प्रभावित था, परंतु इलाज के बाद ठीक हो गया था. खानपान व परहेज नहीं होने के वजह से काफी कमजोर हो गया था. उम्र की अधिकता के कारण कमजोरी हावी हो गई. मृतक निताई हांसदा (25) के बारे में बताया कि डायरिया से प्रभावित था. दो दिन इलाज चलने के बाद ठीक भी हो गया था, परंतु रेशपेट्री प्रभाव तथा दम्मा के कारण उनकी मौत हो गई.
एक सप्ताह से दहशत में लोग
ज्ञात हो कि बड़ारामपुर गांव इन दिनों दहशत में है. विदित हो कि विगत आठ अगस्त से आज तक कुल 35 लोग डायरिया की चपेट में आये हैं. शनिवार को भी बड़ारामपुर आंगनबाड़ी डायरिया कैंप में 50 वर्षीय महिला अनुरागी घोष इलाजरत है हालांकि पूरे गांव की स्थिति नियंत्रण में है.
कीटनाशक का किया गया छिड़काव
बीडीओ व सिविल सर्जन की देखरेख में बड़ारामपुर गांव के आदिवासी टोले की सभी चापानलों कुआं, जलजमाव आदि जलस्रोतों पर ब्लीचिंग का छिड़काव किया गया. ज्ञात हो कि मेडिकल टीमों द्वारा पूरे गांव का भ्रमण किया गया. डायरिया से बचने कि उचित सलाह दी गई.
मिलेगा पारिवारिक योजना का लाभ
बीडीओ ने मृतक निताई की पत्नी को पारिवारिक लाभ योजना के तहत सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया. मृतक निताई हांसदा की पत्नी को उनके अंतिम संस्कार हेतु राशि दी.
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