रानीश्वर : मसानजोर डैम से तीन दिन बाद शुक्रवार की सुबह पवन कुमार झा का शव बरामद हो सका. शव खुद डैम के पानी में उपला गया था. जिसके बाद रानीबहाल के एक शख्स की नजर पड़ी, तो उसने शव को बाहर निकाला. प्रशासन का कहना था कि एनडीआरएफ की टीम बुलायी जा रही है, पर मंगलवार से गुरुवार बीतने पर भी एनडीआरएफ की टीम नहीं पहुंची. मंगलवार को नाव में झग्गर लगाकर उसके शव को निकालने की कोशिश की गयी थी, पर शव मिल ही नहीं पाया था.
थक-हारकर स्थानीय लोगों व प्रशासन ने प्रयास छोड़ दिया था और एनडीआरएफ का इंतजार कर रहे थे. पूरे तीन दिन बीतने के बाद शव अपने आप पानी के उपर आ गया.
बताया जा रहा है कि शुक्रवार की सुबह डैम के पानी के उपर शव को तैरते हुए स्थानीय लोगों ने देख पुलिस को सूचित किया. पुलिस सूचना पाकर डैम पहुंची, पर शव डैम के बीच में तैरते दिखने से वहां से शव को किनारे लाना मुश्किल हो रहा था, ऐसे में रानीबहाल गांव का उगेन मिर्धा उर्फ बीडीओ वहां पर पहुंचा. उगेन ने पानी में तैर कर शव को खींचकर किनारे पहुंचाया. उसके बाद शव को पानी से निकाला गया. मसानजोर पुलिस ने अपनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए दुमका भेज दिया.
दुमका के नयापाड़ा के रहनेवाला पवन कुमार झा ने मंगलवार की दोपहर करीब 1.30 बजे डैम में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी. वह पत्नी के निधन और फिर अपनी बीमारी से अवसाद में था. आत्महत्या से दो दिन पहले निजी क्लीनिक में उसने डाक्टर को दिखाया भी था. उसी डाक्टर के चिट्ठे के पीछे तरफ उसने आत्महत्या करने की बात लिखकर डैम में अपने चप्पल, मोबाइल आदि छोड़ दिया था.