जामताड़ा : जामताड़ा जिले में शराब के कारोबारी रहे रामेश्वर तिवारी के बेटे अमरेंद्र तिवारी अपने गुर्गों के माध्यम से बालू घाट पर रंगदारी वसूली का धंधा कर रहे थे. वर्षों से चल रहे रंगदारी के इस कारोबार के खिलाफ प्रशासन ने सख्ती दिखायी और दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
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बताया जाता है कि अमरेंद्र तिवारी ने बालू घाटों पर अपने लोग तैनात कर रखे थे. ये लोग बालू ले जानेवाले हर ट्रैक्टर से 500 से 1000 रुपये तक की वसूली करते थे. जिला प्रशासन को इसकी सूचना मिली, तो शनिवार सुबह प्रशासन ने छापामारी की.
छापेमारी के दौरान दो लोग पुलिस प्रशासन के हत्थे चढ़े. इनके नाम राजेश रजक और बलदेव हेम्ब्रम हैं. इन्होंने बताया कि ये लोग शेखर् सिंह और अमरेंद्र तिवारी के लिए काम करते हैं. अमरेंद्र और शेखर से ये लोग फोन पर संपर्क में रहते थे. बालू लेने आनेवाले ट्रैक्टरों से होनेवाली वसूली के पैसे ये लोग अमरेंद्र और शेखर तक पहुंचाते थे.
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छापेमारी के दौरान अधिकारियों को यह भी पता चला कि अमरेंद्र तिवारी बिना पर्यावरण विभाग की स्वीकृति लिये दो साल से बालू का अवैध कारोबार कर रहा है. मिहिजाम थाना में इन चारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है.
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उधर, लोगों को उम्मीद है कि जिला प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से बालू के अवैध खनन और ट्रैक्टर चालकों से होनेवाली अवैध वसूली पर रोक लगेगी. छापामारी की कार्रवाई में डीडीसी जामताड़ा, अंचल अधिकारी जामताड़ा, खनन पदाधिकारी जामताड़ा के साथ पुलिस बल और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.