Jamshedpur news.
जमशेदपुर को सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम की सौगात जल्द मिलने वाली है. जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति क्षेत्र ने योजना को धरातल पर उतारने की कोशिश शुरू कर दी है. शहर के बागुनहातु नाला, नीम भट्ठा नाला, बिहारी बस्ती, जिला स्कूल बारीडीह एक, दो व बारीडीह भोजपुर कॉलोनी में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की मंजूरी पहले ही नगर विकास विभाग से मिल चुकी है, लेकिन किसी कारण से योजना धरातल पर उतर नहीं सकी. अब 15वें वित्त आयोग की परामर्शी ने जमशेदपुर अक्षेस को बागुनहातु, नीम भट्ठा नाला, बिहारी बस्ती और बारीडीह बस्ती में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का सुझाव दिया है. इसके निर्माण में लगभग सात करोड़ की लागत आयेगी. जेएनएसी के उप नगर आयुक्त कृष्ण कुमार ने नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए पहल की जा रही है. जल्द ही शहरवासियों को सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम की सौगात मिलेगी.2009 में बनी योजना थी जेएनएनयूआरएम की योजना
जेएनएनयूआरएम में जमशेदपुर-घोड़ाबांधा, मानगो, जुगसलाई, शहर से सटे आठ गांवों और आदित्यपुर में सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम कायम करने की महत्वाकांक्षी योजना 2009 में बनायी गयी थी. जमशेदपुर व घोड़ाबांधा सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम की लागत उस समय एक अरब 46 लाख 98 करोड़ रुपये तय हुआ था. योजना का डीपीआर तैयार कर दिल्ली भी भेजा गया. जमीन का पेच फंसने से योजना धरातल पर उतर नहीं सकी.
क्या होगा फायदा
नदी में गंदा पानी गिरने से नदी तो प्रदूषित हो रही है, साथ ही गंदगी के चलते रोगों के फैलने का खतरा रहता है. सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम से सीधे नदी में गंदा पानी नहीं गिरेगा. प्लांट नालों से निकलने वाले गंदे पानी को नदियों में जाने से पहले साफ करेगा.
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