आइआइटी (बीएचयू) के रवु रवि तेजा और कुरपाटी हर्षवर्धन उपविजेता
Jamshedpur News :
टाटा स्टील ने अपनी वार्षिक इनोवेशन प्रतियोगिता “माइंड ओवर मैटर ” के 10वें संस्करण का सफलतापूर्वक समापन किया. इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का उद्देश्य देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों के प्रतिभाशाली छात्रों को स्टील निर्माण और नयी सामग्री (न्यू मटेरियल) से जुड़ी वास्तविक चुनौतियों के समाधान खोजने के लिए प्रेरित करना है. इस वर्ष प्रतियोगिता में रिकॉर्ड तोड़ भागीदारी दर्ज की गयी, जिसमें 37 राष्ट्रीय और क्षेत्रीय प्रौद्योगिकी एवं इंजीनियरिंग संस्थानों, 14 आईआईटी और 10 एनआईटी सहित 660 से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया. यह अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी रही.विजेताओं की शानदार उपलब्धि
इस रोमांचक वर्चुअल फाइनल में आईआईटी (आईएसएम) धनबाद की नमिता दुबे ने विजेता का खिताब हासिल किया. वहीं, आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी के रवु रवि तेजा प्रथम उपविजेता और कुरपाटी हर्षवर्धन द्वितीय उपविजेता बने.विजेताओं को मिले आकर्षक नकद पुरस्कार
विजेता को ₹1,00,000प्रथम उपविजेता को ₹75,000द्वितीय उपविजेता को ₹50,000इसके अलावा, इन सभी को टाटा स्टील के रिसर्च एंड डेवलपमेंट (आरएंडडी) विभाग में मैनेजमेंट ट्रेनी के रूप में प्री-प्लेसमेंट ऑफर (पीपीओ) भी मिले. अन्य फाइनलिस्टों को प्री-प्लेसमेंट इंटरव्यू (पीपीआई) का अवसर प्रदान किया गया.फाइनलिस्टों ने दिखायी नवाचार की उत्कृष्टता
इस वर्ष प्रतियोगिता के फाइनल में देशभर के पांच शीर्ष फाइनलिस्टों ने अपनी नवाचारी सोच और तकनीकी कौशल का बेहतरीन प्रदर्शन किया. प्रतियोगिता के दौरान छात्रों को 15 अलग-अलग तकनीकी चुनौतियों में से एक चुनकर उस पर केस स्टडी प्रस्तुत करने का अवसर मिला. इस प्रक्रिया में 100 से अधिक उच्च-गुणवत्ता वाली प्रविष्टियां प्राप्त हुईं, जिनका गहन तकनीकी मूल्यांकन किया गया.प्रतिभागियों की रचनात्मक सोच, समस्या समाधान कौशल और तकनीकी दक्षता का परीक्षण करने के बाद चार प्रमुख केस स्टडीज से पांच बेहतरीन फाइनलिस्टों का चयन किया गया. इन प्रतिभाशाली प्रतिभागियों को टाटा स्टील के आरएंडडी विशेषज्ञों द्वारा छह महीने की इंटर्नशिप के दौरान गहन मार्गदर्शन भी मिला.
जूरी पैनल ने किया उत्कृष्टता का आकलन
फाइनलिस्टों द्वारा प्रस्तुत समाधानों का मूल्यांकन एक प्रतिष्ठित जूरी पैनल ने किया, जिसमें सुबोध पांडेय (वाइस प्रेसिडेंट, टेक्नोलॉजी, आरएंडडी, एनएमबी और ग्रैफीन, टाटा स्टील), राहुल कुमार वर्मा (चीफ, प्रोडक्ट रिसर्च, टाटा स्टील), अभिजीत अविनाश ननोटी (मैनेजिंग डायरेक्टर, जेसीएपीसीपीएल) शामिल थे.टाटा स्टील का विजेताओं को समर्थन
टाटा स्टील विजेता टीमों को आमंत्रित करेगा, जहां वे कंपनी के आरएंडडी विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में अपने विचारों के प्रोटोटाइप विकसित करेंगे. इस अवसर पर टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट सुबोध पांडेय ने कहा, ‘माइंड ओवर मैटर’ के 10वें संस्करण ने देशभर के युवा इंजीनियरों की अद्भुत प्रतिभा और नवाचार की भावना को दर्शाया है. फाइनलिस्टों द्वारा प्रस्तुत समाधान न केवल उनकी तकनीकी दक्षता को दर्शाते हैं, बल्कि उनकी विश्लेषणात्मक सोच और वास्तविक चुनौतियों से निपटने की क्षमता को भी उजागर करते हैं. टाटा स्टील में, हम ऐसी प्रतिभाओं को संवारने और उनके विचारों को हकीकत में बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
नवाचार और उद्योग-अकादमिक सहयोग को बढ़ावा
“माइंड ओवर मैटर ” केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि इंडस्ट्री, शिक्षाविदों और छात्रों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने वाला एक बेहतरीन मंच बन चुका है. इस प्रतियोगिता ने तकनीकी नवाचार और शोध के नये मानदंड स्थापित किये हैं.
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