एमजीएम हादसे में घायल बुजुर्ग महिला ने छह दिनों बाद तोड़ा दम
एमजीएम हादसे में रेणुबाला देवी के बेटे की पहले ही हो चुकी है मौत
परिजन प्रशासन से लगा रहे मुआवजा देने की गुहार
Jamshedpur News :
जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में बीते 3 मई को हुए हादसे में मलबे में दबकर घायल हुईं मानगो शंकोसाई रोड नंबर-5 निवासी 70 वर्षीय रेणुबाला देवी ने छह दिन इलाज के बाद शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे टीएमएच अस्पताल में दम तोड़ दिया. हादसे में पहले ही उनके बेटे श्रीचंद तांती की मौत हो चुकी थी. अब रेणुबाला देवी के निधन से परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है.अंतिम संस्कार के लिए भी पैसे नहीं
रेणुबाला देवी के मौत की जानकारी मिलते ही परिजन अस्पताल पहुंचे. रेणुबाला देवी की पोती प्रमिला कुमारी ने बताया कि पहले उनके पिता श्रीचंद की मौत हुई और अब दादी भी नहीं रहीं. घर की स्थिति बेहद खराब है. अंतिम संस्कार के लिए भी पैसे नहीं हैं. प्रमिला के अनुसार, उनकी मां यशोदा तांती पिता की मौत के बाद से बीमार हैं और उनका इलाज चल रहा है. परिवार में दो बहन और एक भाई हैं. बड़ी बहन की शादी हो चुकी है, छोटा भाई नौवीं कक्षा में पढ़ता है और प्रमिला भी पढ़ाई कर रही हैं. अब घर में कमाने वाला कोई नहीं बचा. प्रमिला ने प्रशासन और सरकार से मुआवजे की मांग की है, ताकि दादी का अंतिम संस्कार और पिता का क्रिया-कर्म संपन्न हो सके.बता दें कि 3 मई को एमजीएम अस्पताल के मेडिसिन विभाग के बरामदे का छज्जा गिर गया था. इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि रेणुबाला देवी घायल हुई थीं. मामले में साकची थाना में अस्वाभाविक मौत की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. शनिवार को शव का पोस्टमार्टम किया जायेगा.
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