वन विभाग ने पर्यटकों और ग्रामीणों को किया सतर्क
Jamshedpur News :
दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में बाघ की मौजूदगी से ग्रामीणों और पर्यटकों में दहशत है. रविवार रात और सोमवार को दलमा बूढ़ा बाबा शिव मंदिर की गौशाला के बैल को बाघ ने अपना शिकार बनाया. गौशाला के देखरेखकर्ता झाजल बाबा ने घटना की जानकारी मंदिर प्रबंधन को दी, जिसके बाद वन विभाग ने सुरक्षा उपायों के तहत उस क्षेत्र में पर्यटकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. बताया जा रहा है कि यह बाघ दिसंबर से लगातार दलमा जंगल में मौजूद है और अब तक मंदिर की गौशाला में पांच से छह गायों को मार चुका है. आश्रम के साधु-संत और ग्रामीणों में भय का माहौल है. दलमा के डीएफओ सबा आलम अंसारी ने बाघ की मौजूदगी की पुष्टि करते हुए कहा कि यह उसकी प्राकृतिक प्रवृत्ति है कि वह शिकार कर रहा है. वन विभाग स्थिति पर नजर बनाये हुये है और टकराव से बचने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है. स्थानीय ग्रामीणों को सतर्क कर दिया गया है और जंगल में जाने वालों को सावधानी बरतने की हिदायत दी गयी है.गौरतलब है कि पहली बार 31 दिसंबर को बाघ के होने की पुष्टि चांडिल और चौका के बीच के जंगल में हुई थी. इसके बाद से यह बाघ बंगाल होते हुए वापस दलमा पहुंचा और कैमरों में इसकी गतिविधियां दर्ज हुई है. वन विभाग ग्रामीणों के साथ समन्वय बनाकर निगरानी बढ़ा रहा है.
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