रेणुबाला देवी एक आदर्श माता के रूप में जानी जायेंगी : मनोज मिश्रा
Jamshedpur News :
एमजीएम अस्पताल के मेडिसिन विभाग का कॉरिडोर गिरने से गंभीर रूप से घायल 90 वर्षीय रेणुबाला देवी की इलाज के दौरान टीएमएच में मौत हो गयी. इसी हादसे में पहले ही तीन मरीजों की मौत हो गयी थी. उन तीन मृतकों में रेणुबाला का बेटा श्रीचंद तांती भी शामिल था. श्रीचंद तांती नेत्रहीन था. रोटी बैंक के चेयरमैन मनोज मिश्रा ने कहा कि आज मदर्स डे है, रेणुबाला देवी हमेशा एक आदर्श माता के रूप में याद की जायेंगी. रेणुबाला देवी पिछले लगभग तीन वर्षों से रोटी बैंक के संपर्क में थी. हर समय एमजीएम अस्पताल परिसर में लगने वाले रोटी बैंक के शिविर से हमेशा दो थाली भोजन लेकर जाती थीं. पूछने पर बताती थीं कि एक थाली मेरे नेत्रहीन पुत्र श्रीचंद तांती के लिए है. रेणुबाला देवी ने बताया था कि रोटी बैंक से हर दिन मिलने वाला भोजन ही उनके और उनके नेत्रहीन पुत्र का अंतिम सहारा है. उसने बताया था कि वह मानगो के शंकोसाई एवं आसपास के क्षेत्र के घरों में काम करती थीं, ताकि उनके पुत्र की जरूरतों को पूरा कर सकें. उम्र के अंतिम पायदान में कदम रख चुकी रेणुबाला देवी, शरीर से बेहद कमजोर थी, बावजूद भी वह एमजीएम से मानगो शंकोसाई तक अक्सर पैदल सफर करती थी. उनका पूरा जीवन अपने नेत्रहीन पुत्र को समर्पित था. अपने पुत्र की जरूरतों का ख्याल रखना और निश्चित समय पर पहुंच कर रोटी बैंक से भोजन लेना कभी नहीं भूलती थी. रोटी बैंक परिवार ने रेणुबाला देवी को रविवार को मदर्स डे पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए नमन किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है