जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में 53 पद स्वीकृत, 23 से चलाया जा रहा काम
बीसीए में तीनों सेमेस्टर को मिलाकर कुल 400 छात्राओं को एक ही शिक्षक पढ़ा रहे हैं
Jamshedpur News :
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में शिक्षकों की कमी के कारण छात्राओं का भविष्य अंधकार में है. यूजी, पीजी एवं वोकेशनल की पढ़ाई कर रही छात्राओं को शिक्षकों की कमी के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं शिक्षक भी दबाव में हैं. जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में 53 स्वीकृत पद है, मगर वर्तमान में 23 शिक्षक ही (स्थायी एवं अस्थायी) शिक्षा दे रहे हैं.500 छात्राओं को पढ़ा रहे हैं एक शिक्षक
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में बीबीए के तीन सेमेस्टर को मिलाकर कुल पांच सौ छात्राएं है. प्रति सेमेस्टर छह विषय है. यानी तीन सेमेस्टर मिलाकर कुल 18 विषय है. जिसे एक ही शिक्षक पढ़ा रहे हैं. शिक्षक की शैक्षणिक योग्यता नीड बेस्ड व पीएचडी भी नहीं है. यानी ये यूजीसी के मानक को भी पूरा नहीं करते हैं. बीसीए में तीन सेमेस्टर को मिलाकर कुल चार सौ छात्राओं को एक ही शिक्षक द्वारा पढ़ाया जा रहा है. वहीं बायो टेक्नोलॉजी में दो शिक्षकों के भरोसे यूजी की चार सौ एवं पीजी की सौ छात्राएं पढ़ रही हैं. योगा के तीन सेमेस्टर को मिलाकर कुल 30 छात्राएं गेस्ट फैकल्टी के द्वारा पढ़ाये जा रहे हैं.यूनिवर्सिटी में शिक्षक एवं स्टाफ दोनों की कमी : कुलपति
कुलपति डॉ अंजिला गुप्ता का कहना है कि यूनिवर्सिटी में शिक्षक एवं स्टाफ दोनों की कमी है. जितने हैं उन पर उम्मीद से अधिक काम का लोड है. यूनिवर्सिटी द्वारा नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ की गयी है. जल्द ही शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है