मानगो निवासी ने बैंक के पांच कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज कराया था शिकायतवाद
Jamshedpur News :
मानगो डिमना रोड निवासी अरुप कुमार हलधर ने इंडियन ओवरसीज बैंक, मानगो शाखा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि बैंक ने उनकी जानकारी और सहमति के बिना उनके नाम से करंट खाता खोल दिया. उन्हें इस खाते के बारे में तब जानकारी मिली जब 6 फरवरी 2025 को उनके मोबाइल पर नॉन-मेंटेनिंग चार्ज का मैसेज आया.अरुप ने बताया कि उन्होंने कभी ऐसा कोई खाता नहीं खुलवाया और जब बैंक से संपर्क किया तो शाखा कर्मचारी विवेक पराशर ने पहले उन्हें समझाने की कोशिश की कि संभवतः उन्होंने पहले कभी खाता खुलवाया होगा. जब अरुप 7 फरवरी को अपने मित्र सुजीत प्रसाद के साथ बैंक पहुंचे और स्टेटमेंट मांगा, तो कर्मचारी ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया. इसके बाद उन्होंने बैंक के प्रबंधक अरुण कंडुलना से शिकायत की. बैंक प्रबंधक ने स्टेटमेंट के लिए आवेदन देने को कहा, जिस पर अरुप ने जवाब दिया कि जब खाता खुलवाया ही नहीं, तो आवेदन क्यों दें.अरुप ने इस फर्जी खाते की शिकायत बैंक के रांची और मुंबई मुख्यालय के साथ-साथ सीबीआई पटना और आरबीआई मुंबई को भी भेजी. 10 फरवरी को बैंक प्रबंधक और कर्मचारी उनके घर पहुंचे, पर समाधान नहीं निकला.
7 मार्च को पांच बैंक अधिकारियों के खिलाफ भेजा कानूनी नोटिस
7 मार्च को अरुप ने अपने अधिवक्ता समरेंद्र प्रताप सिंह के माध्यम से पांच बैंक अधिकारियों के खिलाफ कानूनी नोटिस भेजा, जिसमें मानगो के प्रबंधक अरुण, कर्मचारी विवेक, तत्कालीन बैंक मैनेजर मानगो शाखा, रांची व चेन्नई के रिजनल मैनेजर को पार्टी बनाया गया. इस मामले मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में उनका बयान कलमबद्ध किया जा चुका है.बैंक ने मानी गलती, खुद जुर्माना भर बंद किया खाता
बाद में बैंक ने गलती स्वीकारते हुए 1180 रुपये की पेनाल्टी खुद भरकर खाता बंद कर दिया और ईमेल द्वारा माफी मांगी. अरुप का कहना है कि यह घटना दर्शाती है कि बिना सहमति व दस्तावेज के खाता खोला गया, जो गंभीर चूक और साजिश की ओर इशारा करता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है