Jamshedpur News :
दक्षिण पूर्व रेलवे के इलेक्ट्रिक लोको पायलटों को आपदा की स्थिति में तुरंत और सही तरीके से राहत एवं बचाव कार्य करने के उद्देश्य से उन्नत प्रशिक्षण दिया गया. यह प्रशिक्षण ईएलटीसी टाटानगर रेल सिविल डिफेंस द्वारा इलेक्ट्रिक लोको पायलट ट्रेनिंग सेंटर के सभागार में आयोजित किया गया.प्रशिक्षण के दौरान सिविल डिफेंस टीम ने बेसिक लाइफ सपोर्ट, सीपीआर और एफबीएओ (बाहरी वस्तु से वायु मार्ग बाधित होने पर प्राथमिक उपचार) के साथ-साथ फायर सेफ्टी उपकरणों के उपयोग की विधि को पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन और मॉक ड्रिल के माध्यम से समझाया.लोक पायलटों को बताया गया कि ट्रेन दुर्घटना के दौरान यदि कोई यात्री बेहोश हो, अंग कटा हो या उसके शरीर में पेसमेकर मशीन लगी हो तो सीपीआर नहीं देना चाहिए. वहीं सांस रुक जाने, हृदय गति बंद होने, बिजली के झटके या दिल का दौरा पड़ने जैसी स्थिति में तत्काल सीपीआर देकर रक्त व ऑक्सीजन का प्रवाह बहाल करना जरूरी होता है.सिविल डिफेंस टीम ने सीपीआर की प्राथमिक जांच की विधि सहित ‘तीन सी – चेक, कॉल और केयर’ के सिद्धांतों को विस्तार से समझाया और बताया कि आपदा के बाद शुरुआती एक घंटे को ‘गोल्डन ऑवर’ माना जाता है, जिसमें दी गयी सही प्राथमिक चिकित्सा से कई लोगों की जान बचायी जा सकती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

