युद्ध में इस्तेमाल किये जानेवाले कई हथियारों की लगेगी प्रदर्शनी
सिंहभूम चेंबर ने डिफेंस एक्सपो कोल्हान में आयोजित करने का दिया प्रस्ताव, जल्द निर्णय लेंगे रक्षा राज्यमंत्री
Jamshedpur News :
रांची में 19-20 अप्रैल को एयर शो को मिले बेहतर रिस्पांस के बाद अब सितंबर-अक्टूबर माह में झारखंड में डिफेंस एक्सपो आयोजित होगा. डिफेंस एक्सपो में सैन्य उपकरण बनाने वाली कई कंपनियां शामिल होंगी. इसके अलावा प्रदर्शनी के दौरान युद्ध में इस्तेमाल किये जानेवाले कई हथियारों की प्रदर्शनी भी लगायी जायेगी. डिफेंस एक्सपो कोल्हान में हो, इसको लेकर सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स ने रक्षा राज्यमंत्री से आग्रह किया है. रांची में एयर शो होने बाद डिफेंस एक्सपो के कोल्हान खासकर जमशेदपुर में होने की संभावना बढ़ गयी है. डिफेंस एक्सपो में शामिल होनेवाली कंपनियां रक्षा क्षेत्र से जुड़े 38 हजार उत्पादों के साथ शामिल होंगी. सिंहभूम चेंबर के उद्यमी इसमें अपनी संभावनाए तलाशेंगे. कोल्हान में रक्षा क्षेत्र से जुड़े उत्पादों के निर्माण की संभावना तलाशने के लिए स्थानीय उद्यमियों के लिए एक बड़ा अवसर भी होगा. डिफेंस एक्सपो कहां होगा, इस पर अंतिम निर्णय रक्षा राज्यमंत्री ही लेंगे. झारखंड में डिफेंस एक्सपो पहली बार आयोजित किया जा रहा है. डिफेंस एक्सपो के आयोजन का मुख्य उद्देश्य यहां के उद्यमियों को संबंधित क्षेत्र में नये अवसरों की जानकारी उपलब्ध कराना है.सिंहभूम चेंबर के साथ डिफेंस उत्पाद विभाग का जल्द होगा वेबिनार
सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने कहा कि डिफेंस उत्पाद विभाग से रक्षा मंत्रालय के सचिव संजीव कुमार ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही उनके विभाग के वरीय अधिकारी कोल्हान की संभावनाओं को लेकर सिंहभूम चेंबर के साथ वेबिनार का आयोजन करेंगे. श्री मूनका ने कहा कि कोल्हान के औद्योगिक विकास को लेकर जमशेदपुर या इसके आसपास रक्षा क्षेत्र से जुड़े उपक्रम बनाने का कोई प्रतिष्ठान स्थापित किये जाने की आवश्यकता है, जिससे यहां के उद्योगों को विकसित करने के लिए नये अवसर उपलब्ध हो सकें. रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने मुलाकात के दौरान बताया कि केंद्र सरकार आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत रक्षा क्षेत्र से जुड़े सभी उत्पादों का निर्माण अपने देश में ही करने की योजना पर काम कर रही है. इससे एक उम्मीद जगी है.श्री मूनका ने बताया कि सचिव डिफेंस उत्पाद रक्षा मंत्रालय ने उन्हें जानकारी देते हुए बताया कि 38 हजार से भी अधिक सैन्य उपकरणों की जरुरत होती है, जिन्हें कई भरोसेमंद उच्च गुणवत्तावाली कंपनियों से प्राप्त किया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है