Champai Soren On RIMS 2: जमशेदपुर-विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर गम्हरिया स्थित रामचंद्रपुर फुटबॉल मैदान में शनिवार को विश्व आदिवासी सावता सुसार अखड़ा की ओर से आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री व स्थानीय विधायक चंपाई सोरेन ने कहा कि ब्रिटिश हुकूमत से अलग झारखंड राज्य की लड़ाई में हमारे सामान सैकड़ों लोगों ने कुर्बानियां दी. दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने महाजनी प्रथा के खिलाफ लड़ाई लड़ी. आज महाजन तो नहीं रहे उनकी जगह बिल्डरों ने ले ली है. सीएनटी-एसपीटी एक्ट का खुला उल्लंघन कर फर्जी पेपर बनाकर बिल्डर आदिवासियों की जमीन लूट रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे रांची के नगड़ी में बननेवाले रिम्स- 2 के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया का विरोध करते हैं. उन्होंने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि 24 अगस्त को नगड़ी की जमीन पर लाखों आदिवासियों के साथ हल चलाने के लिए जायेंगे. सरकार में यदि ताकत है तो उन्हें रोक ले.
22 अगस्त को जाएंगे भोगनाडीह
चंपाई सोरेन ने कहा कि उन्होंने उस पार्टी को छोड़ा, जिसे अपने खून-पसीने से सींचा था. वे आंदोलन की उपज हैं. उन्होंने किसी आंदोलन को नहीं बेचा. गरीब, आदिवासी, मूलवासी और मजदूरों को उनका हक दिलाया. भाजपा नेता सह पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि वे 22 अगस्त को वे पांच लाख लोगों के साथ भोगनाडीह जायेंगे. सरकार में यदि हिम्मत है तो उन्हें रोक ले. सिदो- कान्हू के वंशजों पर लाठी चलाकर सरकार ने कायरता का परिचय दिया है. संथाल परगना में डेमोग्राफी किसी कीमत पर बदलने नहीं देंगे.
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रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
गम्हरिया के रामचंद्रपुर फुटबॉल मैदान में विश्व आदिवासी सावता सुसार अखड़ा की ओर से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा नेता बाबूलाल सोरेन, सरायकेला खरसावां जिप अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, सिमल सोरेन, बबलू नाथ सोरेन, अखड़ा के जिला संयोजक रामदास टुडू समेत काफी लोग शामिल हुए. इससे पूर्व चंपाई सोरेन ने आदिवासी समाज के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया. समाज के लोगों ने उनका गुलदस्ता देकर स्वागत किया.
आदिवासियों का रहा है लंबा इतिहास-चंपाई सोरेन
समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि आदिवासियों का लंबा इतिहास रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री ने इशारों में मदर टेरेसा क्लीनिक, धर्मांतरण और संथाल परगना से लेकर चाकुलिया तक हो रहे बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर आदिवासी- मूलवासियों को धोखा देने का आरोप लगाया. कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अलग झारखंड राज्य दिया. ओलचिकी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध किया. आज उनके नाम से संचालित अटल क्लिनिक का नाम मदर टेरेसा के नाम से कर सरकार ने मानसिकता दर्शा दी है. उन्होंने आदिवासी समाज से एकजुट होकर अपने अधिकार के लिए सजग रहने की अपील की. उन्होंने झारखंड सरकार को आदिवासियों के मामले पर पूरी तरह विफल करार दिया. इससे पूर्व दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की याद में दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि दी.
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