पुलिस की जांच पर बरखा के घरवालों ने जताया असंतोष
Jamshedpur News :
बिरसानगर स्थित आस्था ट्विन सिटी की बरखा अग्रवाल की मौत मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि बरखा अग्रवाल के शरीर पर कई जगहों पर चोट के निशान थे. बरखा की मौत दम घुटने की वजह से हुई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मृतका के घरवालों ने बिरसानगर थाना प्रभारी और अनुसंधानकर्ता पर केस के अनुसंधान में कोताही बरतने का आरोप लगाया है. मृतका के भाई बरुण बंसल के अनुसार बहन की मौत के मामले में बिरसानगर थाना में हत्या का केस दर्ज कराया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी चोट के निशान मिले हैं. मौत के 20 दिन गुजर गये, लेकिन बिरसानगर थाना प्रभारी और अनुसंधानकर्ता द्वारा अबतक मुकेश अग्रवाल को गिरफ्तार नहीं किया गया है. मुकेश अग्रवाल एनआरआई है. पुलिस द्वारा मुकेश को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. इसी कारण अबतक पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी नहीं की है. इस मामले में बरुण बंसल ने एसपी को भी ज्ञापन सौंपकर मुकेश अग्रवाल की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है.बरखा को प्रताड़ित करने का आरोप
बरुण बंसल के अनुसार मुकेश अग्रवाल द्वारा बरखा से लगातार 10 लाख रुपये मायके से लाने के लिये दबाव बनाया जा रहा था. बरखा के दो बच्चे हैं. हमलोगों ने आर्थिक परेशानी होने के कारण रुपये देने से इनकार किया. जिस कारण मुकेश द्वारा अक्सर बहन के साथ मारपीट की जाती थी. बरुण के अनुसार बहन बरखा ने फोन कर इसकी जानकारी दी थी. बरखा की मौत के मामले में बिरसानगर थाना में मुकेश अग्रवाल समेत जेठ मनीष अग्रवाल, सास कमलेश अग्रवाल और जेठानी गीता देवी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया गया है. मालूम हो कि गत 29 अक्तूबर को बिरसानगर आस्था ट्विन सिटी की बरखा की मौत हो गयी थी. बरखा के ससुरालवालों ने आत्महत्या करने की बात कही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

