बिष्टुपुर गोपाल मैदान में कुड़मी अधिकार महारैली सह बांदना पर्व का हुआ आयोजन
कोल्हान के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे कुड़मी समाज के हजारों लोग
Jamshedpur News :
बिष्टुपुर स्थित गोपाल मैदान में रविवार को कुड़मी सेना सह बृहद झारखंड कुड़मी समन्वय समिति द्वारा कुड़मी अधिकार महारैली सह बांदना पर्व का आयोजन किया गया. इसमें कोल्हान के विभिन्न क्षेत्रों से समाज के हजारों लोग शामिल हुए. कोल्हान के कुड़मियों ने अपने हक व अधिकार के लिए एकजुट होकर आवाज उठाने व अधिकार के लिए लड़ने का आह्वान किया. बृहद झारखंड कुड़मी समन्वय समिति के संयोजक सह झारखंड आंदोलनकारी हरमोहन महतो ने कहा कि कुड़मी समाज लंबे समय से एसटी की सूची में शामिल करने की मांग को लेकर आंदोलन करते आ रहे हैं. इसको लेकर विगत दिनों रेल टेका-डहर छेका कार्यक्रम किया गया था. जो समाज के लोगों के सहयोग सफल रहा था. लेकिन वर्तमान समय में कुछ लोग समाज के लोगों को दिग्भ्रमित करने का काम कर रहे हैं. जो समाज के आगे बढ़ने की राह में बहुत घातक है. सामाजिक लड़ाई को अवरुद्ध करना उचित नहीं है. श्री महतो ने कहा कि कुड़मी को एसटी की सूची में शामिल करने, कुड़माली भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर आंदोलन जारी रहेगा. जबतक सरकार द्वारा मांग को पूरा नहीं किया जाता है, झारखंड ही नहीं ओडिशा, बंगाल आदि राज्यों में मुखर होकर आवाज को उठाते रहेंगे. इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष विशाल महतो, महिला प्रदेश अध्यक्ष पिंकी महतो, अरविंद महतो, सूरज महतो, कार्तिक महतो, पिंकी महतो, उज्ज्वल महतो, प्रेम महतो, बिष्णु देव महतो, पोबीर महतो, नीलांबर महतो, कृपा महतो समेत अन्य मौजूद थे.सामाजिक मुद्दे पर राजनीतिक भावना से ऊपर उठकर एकजुट होने की जरूरत: शैलेंद्र महतो
बृहद झारखंड कुड़मी समन्वय समिति के सह संयोजक सह कुड़मी सेना के अध्यक्ष शैलेंद्र महतो ने कहा कि सामाजिक मुद्दे पर कुड़मी समाज को राजनीतिक भावना से ऊपर उठकर अपने लोगों का समर्थन करना होगा. समाज को सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, राजनैतिक व शैक्षणिक रूप से समृद्ध व विकसित बनाना किसी एक व्यक्ति या समूह से संभव नहीं है. इसके लिए समाज के तमाम लोगों को एक मंच पर आना होगा. उन्होंने कहा कि कुड़मी को एसटी सूची में शामिल करने, कुड़माली भाषा को संवैधानिक मान्यता देने जैसी मांगों को लेकर लगातार विभिन्न मंच व मोर्चों के बैनर तले आंदोलन करना होगा. आज नहीं, तो कल समाज की जीत होनी तय है.मैदान में मवेशियों का किया उत्साहवर्धन
गोपाल मैदान में बांदना पर्व का आयोजन कर सामाजिक व सांस्कृतिक एकता को प्रदर्शित किया गया. पारंपरिक वाद्य यंत्रों की थाप से मवेशियों का उत्साहवर्धन किया गया. वहीं कलाकारों ने अपने गीत-संगीत से समाज के लोगों को झुमाया. कुड़मी समाज के लोग परंपरागत वेशभूषा, वाद्य यंत्र और औजार के साथ इसमें शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

