जमशेदपुर : टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) के चिकित्सकों के प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक लगा दी गयी है. 15 अप्रैल से यह रोक प्रभावी होगा. इस संबंध में टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट सुनील भास्करन ने सर्कुलर जारी किया है. इस सर्कुलर में कहा गया है कि 15 अप्रैल से टीएमएच प्राइम (ओपीडी प्लाजा जिसका पहले नाम था, उसी तरह का) शुरू किया जायेगा, जिसके तहत टीएमएच या टीएमएच क्लिनिक में ही चिकित्सक प्राइवेट प्रैक्टिस कर सकते हैं.
चिकित्सकों को अपने काम के बाद के समय में यह प्रैक्टिस करने की छूट दी जायेगी. टीएमएच के बाहर कोई भी डॉक्टर अपना प्रैक्टिस नहीं कर सकते हैं. टीएमएच में भविष्य में योगदान देने वाले और वर्तमान चिकित्सकों को बाहर प्रैक्टिस करने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गयी है.
इस पॉलिसी को जानने के लिए चिकित्सकों को एसएपी एचआर के पोर्टल पेज के जरिये भी दी जायेगी. नये फरमान के तहत टीएमएच के चिकित्सक एक छत के नीचे ही प्रैक्टिस करेंगे. इसके तहत सीनियर डॉक्टर का फीस 500 रुपये जबकि जूनियर डॉक्टर का फीस 300 रुपये तय कर दिया गया है. यही नहीं, डॉक्टरों को अपनी फीस का 30 फीसदी हिस्सा कंपनी के खाते में जमा कराना होगा.
टीएमएच के कई बड़े डॉक्टरों की फीस तय होगी
टीएमएच में कई बड़े चिकित्सकों का रेट भी तय किया जायेगा कि वे कितनी फीस ले सकते हैं. इसके लिए टीएमएच क्लिनिक और टीएमएच के ओपीडी में प्रैक्टिस करने के लिए चिकित्सकों के लिए अलग-अलग फीस तय की जायेगी.