जमशेदपुर : सरायकेला के विधायक चंपई साेरेन ने कहा कि अब मुख्यमंत्री रघुवर दास जिस गांव में भी जायेंगे, वहां उनका गांवों के लाेग विरोध करेंगे. सीएनटी -एसपीटी में किये जा रहे संशाेधन को लेकर आदिवासी -मूलवासियों में घोर नाराजगी है. श्री साेरेन शुक्रवार को गाेपाल मैदान में जनाक्राेश रैली के लिए बनाये जा रहे […]
जमशेदपुर : सरायकेला के विधायक चंपई साेरेन ने कहा कि अब मुख्यमंत्री रघुवर दास जिस गांव में भी जायेंगे, वहां उनका गांवों के लाेग विरोध करेंगे. सीएनटी -एसपीटी में किये जा रहे संशाेधन को लेकर आदिवासी -मूलवासियों में घोर नाराजगी है. श्री साेरेन शुक्रवार को गाेपाल मैदान में जनाक्राेश रैली के लिए बनाये जा रहे पंडाल का भूमि पूजन करने के बाद पत्रकाराें से बातचीत कर रहे थे. श्री साेरेन ने कहा कि भाजपा का एकमात्र एजेंडा आदिवासी-मूलवासियाें काे जमीन से बेदखल करना है.
इसलिए कानून को सरल करने की साजिश रच रही जा रही है. जनजातीय सलाहकार परिषद की बैठक का झामुमो के विधायकों ने बहिष्कार किया, जबकि आजसू विधायक बैठक में गये ही नहीं. बैठक में नहीं जाकर आजसू विधायकों ने रघुवर सरकार का सहयोग किया. उन्होंने कहा कि 17 नवंबर से शुरू हो रहे झारखंड विधानसभा के सत्र में सीएनटी -एसपीटी एक्ट में संशोधन का मसला उठेगा. इस दाैरान असली -नकली चेहरा साफ दिखायी देगा. किसी आदिवासी या मूलवासी ने सीएनटी या एसपीटी एक्ट में संशोधन के लिए आवाज नहीं उठायी है. सरकार को जवाब देना होगा कि सीएनटी एक्ट के पीछे क्यों पड़ी है.
श्री सोरेन ने कहा कि टाटा स्टील की स्थापना में 18 मौजा उजड़ गया. विस्थापितों को कुछ नहीं मिला. रघुवर सरकार कह रही कि जमीन लेने पर भी आदिवासी का मालिकाना मिलेगा. 1995 से मालिकाना के नाम पर 86 बस्तीवासियाें के साथ धाेखाधड़ी की गयी. सरकार को बताना चाहिए कि उद्योग लगेंगे तो उसमें जमीन देने वालों को चेयरमैन बनाया जाएगा या शेयरधारक.
महारैली की सफलता के लिए की काली पूजा
गाेपाल मैदान में 15 नवंबर की जनाक्रोश महारैली की सफलता के लिए झामुमो ने शुक्रवार को मां काली की पूजा-अर्चना की. मां श्यामा काली की तसवीर की स्थापना कर बेल्डीह कालीबाड़ी से पंडित बुला कर पूजा-पाठ कराया गया. जिला सचिव लालटू महताे आैर सरायकेला-खरसावां जिलाध्यक्ष रंजीत प्रधान जजमान के तौर पर पूजा में बैठे. पूजा के दौरान झामुमो के सरायकेला विधायक चंपई सोरेन, बहरागोड़ा विधायक कुणाल षाड़ंगी, पूर्व सांसद सुमन महतो, पूर्व विधायक सनातन माझी, रामदास सोरेन, मोहन कर्मकार, राजू गिरी, बाबर खान, महावीर मुर्मू, पवन कुमार, गुरमीत सिंह गिल, नांटू सरकार, अजय रजक, अरुण कुमार, राजीव कुमार महताे काबलू, राज लकड़ा, प्रीतम हेंब्रम, ज्योति पांडे आदि मौजूद थे.