जमशेदपुर: जुस्को श्रमिक यूनियन की एजीएम (आमसभा) में शुक्रवार को हंगामा हुआ. हंगामे के बीच ही रघुनाथ पांडेय के को-ऑप्शन की घोषणा की गयी. इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई. दूसरी ओर विपक्ष के नेता वाइपी सिंह की ओर से दायर याचिका की सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट ने एजीएम पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. हाइकोर्ट में मामले की अगली सुनवाई 21 जनवरी को होगी.
शुक्रवार को जुस्को श्रमिक यूनियन का एजीएम निर्धारित समय अपराह्न् तीन बजे शुरू हुआ. शुरुआत में यूनियन अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय ने स्टेज पर चढ़ कर कुछ बोलने की कोशिश की. इसी बीच कार्यकारी अध्यक्ष वीडी गोपाल, डिप्टी प्रेसिडेंट बीबी ठाकुर व अन्य पदाधिकारियों ने उन्हें बोलने से रोक दिया. वीडी गोपाल कृष्णा ने माइक स्टैंड और पोडियम गिरा दिया. यहां महिलाओं ने रघुनाथ पांडेय को घेरे में लेकर किसी तरह स्टेज से नीचे पहुंचाया. इस दौरान पुलिस को भी सख्ती बरतनी पड़ी.
वहां मजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात जमशेदपुर के अंचलाधिकारी प्रभात भूषण ने मामले को शांत कराया. इसके बाद महामंत्री एसएल दास ने सभा की कार्रवाई शुरू की और माइक लेते ही घोषणा कर दी कि जो लोग रघुनाथ पांडेय के समर्थन करते हैं, वे हाथ उठायें. इस दौरान काफी संख्या में लोगों ने रघुनाथ पांडेय के समर्थन में हाथ उठाया. एसएल दास ने जब रघुनाथ पांडेय का विरोध कर रहे लोगों को हाथ उठाने को कहा, तो फिर से विपक्ष हंगामा करने लगा. इसके बाद महामंत्री एसएल दास ने रघुनाथ पांडेय का को-ऑप्शन हो जाने की घोषणा की और मीटिंग बरखास्त कर दी. मजदूर बाहर निकलने लगे और रघुनाथ पांडेय को सिर पर उठाकर नारेबाजी की. उन्हें फूल-माला से लाद दिया.
चुनाव कराना हमारा काम नहीं था
चुनाव कराना हमारा काम नहीं था. हमारा काम सिर्फ विधि-व्यवस्था बनाये रखना था. चुनाव की प्रक्रिया सही थी या गलत, यह मैं नहीं कह सकता हूं.
प्रभात भूषण, सीओ जमशेदपुर