।। प्रभात एक्सक्लूसिव।।
जमशेदपुरः शहर के लोगों (एपीएल) को राशन कार्ड के लिए तीन साल से ज्यादा समय तक इंतजार करना पड़ सकता है. जमा आवेदन की डाटा इंट्री में समय लगने के कारण ऐसा होगा. हालांकि, विभाग पांच-छह माह में डाटा इंट्री का काम पूरा करने का दावा कर रहा है. जिले में राशन कार्ड के लिए अप्रैल- मई 2011 में लगभग साढ़े सात लाख आवेदन जमा किये गये थे. इसमें 1.48 लाख बीपीएल-अंत्योदय और छह लाख एपीएल के आवेदन थे.
डेढ़ लाख बीपीएल कार्डधारियों के आवेदन की डाटा इंट्री में एक साल से ज्यादा का समय लगा. इसी रफ्तार से काम हुआ तो छह लाख एपीएल की डाटा इंट्री में तीन साल से ज्यादा समय लगेगा. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने पिछले माह मई से एपीएल की डाटा इंट्री का काम शुरू और पूरा करने का निर्देश दिया था. मई आधा गुजरने के बाद एपीएल की डाटा इंट्री शुरू हुई है. जमशेदपुर शहरी क्षेत्र में ज्यादा एपीएल कार्डधारी (लगभग 2 लाख 11 हजार) हैं.
-क्या-क्या मिलता है शहरी क्षेत्र के एपीएल कार्डधारी को
-केरोसिनः बिजली किल्लत वाले क्षेत्र में तीन से साढ़े तीन लीटर प्रति कार्ड, कंपनी कमांड क्षेत्र में दो से ढाई लीटर प्रति कार्ड.
-चावलः साढ़े तीन किलो प्रति कार्ड, लेकिन उठाव नहीं होने के कारण नहीं मिला.
गेहूं: साढ़े तीन किलो प्रति कार्ड, लेकिन उठाव नहीं होने के कारण नहीं मिलता है.
कुल आवंटनत्न1.57 लाख एपीएल कार्डधारी के आधार पर प्राप्त होता है.
बीपीएल के 1.48 लाख राशन कार्ड के आवेदन की डाटा इंट्री पूरी हो गयी है. एपीएल का छह लाख आवेदन जमा हुआ था, जिसकी डाटा इंट्री शुरू हुई है.
बीपीएल की डाटा इंट्री में एक साल का समय लगा, लेकिन एपीएल में इतना समय नहीं लगेगा. डाटा इंट्री में बीपीएल नंबर का भी सत्यापन करना पड़ता था इसलिए समय लगा. एपीएल की डाटा इंट्री में लंबा समय न लगे इसके लिए निजी एजेंसी को काम सौंपने पर विचार किया जा रहा है. निजी एजेंसी से काम कराने पर पांच-छह माह में डाटा इंट्री पूरी हो जायेगी. – वीरेंद्र भूषण, विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी