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हुसैन की याद में मनाया मातम
जमशेदपुर : शिया समुदाय ने जुमारात काे चेहल्लुम के उपलक्ष्य में मातमी जुलूस निकाला. साकची स्थित एल टाउन हुसैनी मिशन में आयाेजित मजलिस के समाप्त हाेने के बाद देर शाम जुलूस निकाला गया. जुलूस में लाेग हाथाें में अलम लेकर चल रहे थे. साकची गाेलचक्कर पर नाेहा ख्वानी आैर मातम के बाद जुलूस वापस हुसैनी […]
जमशेदपुर : शिया समुदाय ने जुमारात काे चेहल्लुम के उपलक्ष्य में मातमी जुलूस निकाला. साकची स्थित एल टाउन हुसैनी मिशन में आयाेजित मजलिस के समाप्त हाेने के बाद देर शाम जुलूस निकाला गया. जुलूस में लाेग हाथाें में अलम लेकर चल रहे थे. साकची गाेलचक्कर पर नाेहा ख्वानी आैर मातम के बाद जुलूस वापस हुसैनी मिशन लाैटा. मातमी जुलूस के दाैरान शिया समुदाय के लाेग नाेहख्वानी कर रहे थे. शहर के कुछ शिया समुदाय की मसजिदाें आैर संस्थानाें में चेहल्लुम काे लेकर मजलिस का भी आयाेजन किया गया.
हजरत इमाम जब शहीद हुए थे तब उनका चालीसवां नहीं मनाया गया था. यजीद ने उनके परिजनाें काे बंदी बना लिया था. रिहाई के बाद इमाम जैनुल आबेदीन ने इमाम हुसैन के इसाल ए सवाब के लिए चालीसवां का आयाेजन किया.
साकची एल टाउन हुसैनी मिशन वेलफेयर सेंटर स्थित एसएम हैदर के आवास में बुधवार काे इलाबाद से आये माैलाना सैय्यद जहीर अब्बास ने मजलिस का आयाेजन किया. उन्हाेंने उपस्थित लाेगाें काे संबाेधित करते हुए कहा कि अल्लाह ने सबसे बेहतरीन चीज किताब नाजिल की थी. इसे घराें में सजाने के लिए नहीं, अपनी जिंदगी में इस्तेमाल करने आैर उस पर अमल करने काे कहा गया था. कुरान की बाताें काे यदि इनसान अमल कर लेगा ताे वह (कुरान) खुद व खुद इनसान की हिफाजत करेगी.
आपसी माेहब्बत काे बढ़ाने का इनसान काे जरिया खाेजना चाहिए. आपसी विवाद अाैर छाेटी-छाेटी गलतियाें काे खत्म करने के लिए हर किसी काे आगे आकर बेहतरीन मिसाल पेश करनी चाहिए. मजलिस अाैर मातमी जुलूस में हुसैनी मिशन के अध्यक्ष एसआरए रिजवी छब्बन, एसएम हैदर, कमर हैदर, राशिद, शाैकत नूर, असकद, मुनीर समेत काफी संख्या में पुरुष, युवा व महिलाआें ने शिरकत की.
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