आदित्यपुर: औद्योगिक क्षेत्र स्थित बिस्को आयरन स्पंज कंपनी में 13 सितंबर 2004 को मशीन पर काम करने के दौरान दुगनी धातकीडीह निवासी तारणी महतो का दाहिना हाथ कोहनी तक कट गया.
करीब नौ वर्ष से वह कंपनी प्रबंधन के यहां न्याय के लिए चक्कर लगा रहा है, लेकिन प्रबंधन की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है. न्याय की गुहार लगाने के लिए आदित्यपुर थाना पहुंचा तारिणी ने बताया कि वर्ष 2004 में घटना घटी थी, उस समय प्रबंधन की ओर से हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन अभी तक कुछ नहीं किया गया और मिलने पर नकारात्मक जबाव दिया जाता है.
प्रबंधन ने डीसी की भी नहीं सुनी : तारिणी तत्कालीन डीसी से भी गुहार लगाते हुए 6 मई 2005 को मुआवजे की राशि 3.10 लाख, उचित पद पर नियुक्ति व स्वस्थ होने तक वेतन का भुगतान करने की मांग की थी. जिस पर डीसी ने कंपनी प्रबंधन को 10 दिनों के अंदर उचित मुआवजा व नौकरी देने के संबंध में निर्देश मांगा था. लेकिन आज नौ वर्ष बीत जाने के बाद भी प्रबंधन की ओर से कोई पहल नहीं की गयी. पत्नी के भरोसे घर : घटना के बाद से तारिणी की पत्नी रेजा का काम कर घर चला रही है. तारिणी ने बताया कि उसका एक बच्चा भी है.