जमशेदपुर: मेडिकल सुविधा के मामले में टाटा मोटर्स के अस्थायी मजदूरों की स्थिति ठेका मजदूरों से भी बदतर है. ठेका मजदूरों को तो परिवार के साथ मेडिकल की सुविधा उपलब्ध है, पर टाटा मोटर्स के अस्थायी कर्मचारियों को कंपनी के अस्पताल में मेडिकल की सुविधा है पर वह भी जब तक की उसे कंपनी में काम मिला हुआ है.
छंटनी के दौरान व्यक्तिगत मेडिकल की सुविधा भी बंद हो जाती है. अस्थायी कर्मचारियों को कहना है कि उन्हें टाटा मोटर्स या इएसआइ से परिवार के साथ मेडिकल की सुविधा उपलब्ध करवा दी जाये.
कर्मचारियों का कहना है कि इएसआइ में अब निजी अस्पतालों को शामिल कर लेने तथा बेहतर व्यवस्था मिल जाने से काफी बदलाव आया है. सूत्रों के अनुसार इएसआइ से मेडिकल सुविधा दिलाने में कुछ टेक्निकल कठिनाइयां हैं. जब कर्मचारी काम पर नहीं रहेंगे तो उनका उस माह का इएसआइ का पैसा कहां से जमा होगा. साथ ही टाटा मोटर्स अस्पताल या बाहर में इलाज को लेकर भी कुछ पेंच है.मामले में न्यायालय द्वारा स्टे भी लिये जाने की सूचना है.