जमशेदपुर: अनाज में सब्सिडी देने के मामले को लेकर विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में भारत के साथ हुए विवाद की सुनवाई चल रही है. इस सुनवाई से भारतीय मूल के (जमशेदपुर के कदमा निवासी) उज्ज्वल सिंह भाटिया को अलग रखा गया है.
इस मामले में भारत ने काफी मजबूती से अपना पक्ष रखा है. कदमा निवासी उज्जवल सिंह भाटिया जेनेवा में डब्ल्यूटीओ में जज के रूप में कार्यरत हैं. इससे पहले वे डब्ल्यूटीओ में भारत के प्रतिनिधि के रूप में बतौर राजदूत कार्य कर चुके हैं. वर्तमान में श्री भाटिया जज
की भूमिका में हैं, इस कारण उनको सुनवाई से अलग रखा गया है. उनके भाई मुख्तयार सिंह ने बताया कि डब्ल्यूटीओ के नियम और कायदे के मुताबिक ही उनको सुनवाई से अलग रखा गया है.
कौन हैं उज्ज्वल भाटिया
उज्जवल सिंह मूलत: कदमा के एयर बेस कॉलोनी के रहनेवाले हैं. उनके भाई मुख्तयार सिंह बिष्टुपुर कमानी सेंटर में वसावा सिंह पुस्तक की दुकान चलाते हैं. इसके अलावा उनका पूरा परिवार जमशेदपुर में ही रहता है. सिर्फ उज्जवल सिंह भाटिया जेनेवा में कार्यरत हैं. उन्होंने लोयोला स्कूल से अपनी पढ़ाई की. स्कूली शिक्षा के बाद दिल्ली में उच्च शिक्षा हासिल की. श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स और फिर दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स से मास्टर डिग्री हासिल की. उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई की. इसके बाद आइएएस पदाधिकारी बने. पहले ओड़िशा के बालासोर में एसडीओ के तौर पर पदस्थापित किये गये. इसके बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में चले गये और फिर डब्ल्यूटीओ में एम्बेसडर बनाये गये. रिटायर होने के बाद डब्ल्यूटीओ के सात जजों के पैनल में उनको भी स्थान दिया गया.