जमशेदपुर: उलीडीह निवासी टाटा मोटर्स के ठेकेदार से 10 लाख रुपये रंगदारी मांगने व हत्या की धमकी देने के आरोप में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार हुआ सज्जाद अंसारी ठेकेदार का ड्राइवर है और दूसरा मो रफीक ठेकेदार का पूर्व परिचित व सज्जाद का दोस्त है. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोबाइल व सिम कार्ड जब्त किया है.
ठेकेदार के बयान पर दोनों के खिलाफ उलीडीह थाना में रंगदारी मांगने व हत्या की धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है. दोनों ने साजिश के तहत ठेकेदार के घर में धमकी भरा पत्र भेजकर रंगदारी मांगी थी. जानकारी एसएसपी एवी होमकर ने प्रेसवार्ता में पत्रकारों को दी. कहा कि ठेकेदार को 7 जुलाई को धमकी भरा पत्र भेजा गया. बाद में मोबाइल पर कॉल कर 48 घंटे में रकम नहीं पहुंचाने पर परिवार के किसी सदस्य शेष पेज16 पर
की हत्या की धमकी दी. पुलिस ने पहले ठेकेदार के चालक सज्जाद से पूछताछ की. पुलिस को सज्जाद ने सारी बात बता दी. इसके बाद मो रफीक को गिरफ्तार किया गया. पुलिस टीम में मानगो थाना प्रभारी लक्ष्मण प्रसाद, उलीडीह थाना प्रभारी दिलीप यादव शामिल थे.
15 वर्ष से ठेकेदार की गाड़ी चला रहा था सज्जाद. सज्जाद ठेकेदार के घर में पिछले 15 वर्ष से गाड़ी चला रहा था. सज्जाद ने मो रफीक खान के साथ मिलकर एक सप्ताह पहले रंगदारी मांगने की योजना बनायी. मो रफीक खान से सज्जाद ने ठेकेदार के घर भेजवाने के लिए धमकी भरा लेटर लिखवाया. सात जुलाई को प्लानिंग के तहत सज्जाद को रफीक ने पायल टॉकीज के समक्ष गाड़ी रोककर लेटर दिया. लेटर सज्जाद ने ठेकेदार तक पहुंचा दिया. लेटर में 10 लाख रुपये रंगदारी मांगी गयी थी. लिखा था कि रंगदारी की राशि चालक सज्जाद द्वारा भेजवा दी जाये. राशि कहां पहुंचानी है, वह मोबाइल पर बता दिया जायेगा. अंजाम ब्रजेश सहाय जैसा होगा. पत्र में लिखा गया था कि तुम्हारा बेटा कहां पढ़ता है और परिवार के लोग कहां और कितने बजे आते जाते हैं. रिश्तेदार कहां रहते हैं,सब जानता हूं. लेटर में एक मोबाइल नंबर संपर्क के लिए दिया गया था. राशि 48 घंटे में नहीं पहुंचाने पर ब्रजेश सहाय की तरह अंजाम भुगतने की धमकी दी गयी थी.