जमशेदपुर: टाटा मोटर्स आम लोगों से फिक्स्ड डिपोजिट करायेगी. इसके लिए बोर्ड ने अपनी मंजूरी दे दी है. 30 हजार करोड़ रुपये तक की यह वसूली की जायेगी. टाटा मोटर्स की ओर से फिक्स्ड डिपोजिट के माध्यम से राशि इकट्ठा की जायेगी ताकि कंपनी में निवेश किया जा सके. इसमें आम आदमी के अलावा शेयर होल्डरों द्वारा भी फिक्स्ड डिपोजिट किया जा सके.
कंपनी प्रबंधन ने बताया कि कंपनी के विस्तार और कंपनी की जरूरतों को पूरा करने के लिए फंड को इकट्ठा करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है. क्रेडिट रेट वार्षिक ही घोषित की जायेगी. इसका इंश्योरेंस कवर भी होगा.
वर्ष 2008 के दिसंबर माह में कंपनी ने ऐसा ही एक प्रस्ताव लाया था, जिसके तहत 362 करोड़ रुपये जनता और शेयर होल्डरों को कंपनी ने लौटायी थी. चार साल के लिए यह राशि ली जायेगी. कुछ वर्ष पहले ही इसको बंद किया गया था. पिछली बार लैंड रोवर व फोर्ड मोटर को खरीदने के घाटे को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया था. वर्ष 2009 में कंपनी ने करीब दो हजार करोड़ रुपये की राशि डिपोजिट करायी थी और 11 फीसदी इसका ब्याज भी कंपनी ने भुगतान किया था. तीन साल में यह राशि परिपक्व (मैच्यूर्ड) हुआ था. कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि टाटा मोटर्स दूसरी बड़ी कंपनियों की तरह ही अपने वित्तीय जुगाड़ को बेहतर करने के लिए यह कदम उठा रही है. इससे पहले टाटा मोटर्स के अलावा जयप्रकाश एसोसिएट्स, एलाइड डिजिटल सर्विसेज, प्लेथिको फार्मास्यिूटिकल, टीवी 18 समेत कई कंपनियों ने अपना निवेश इसके माध्यम से कराया था. इन सारी राशि को बीमा से आच्छादित किया जायेगा ताकि किसी तरह का कोई घाटा नहीं हो सके. टाटा मोटर्स वर्तमान वित्तीय वर्ष में करीब 3500 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है ताकि मारुति सुजुकी, हुंडई, महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा किया जा सके.