चाईबासा: मध्यप्रदेश में हुए व्यापमं घोटाले की आंच झारखंड पहुंच गयी है. व्यापमं द्वारा मप्र में आयोजित प्री मेडिकल टेस्ट (पीएमटी) में हुए फर्जीवाड़े को लेकर भोपाल एसटीएफ की टीम ने शुक्रवार को पश्चिम सिंहभूम जिले के चाईबासा में छापेमारी की. भोपाल से आयी पुलिस टीम चाईबासा के राकेश पटेल को खोज रही है. इसी क्रम में नीमडीह न्यू कॉलोनी के संतोषी मंदिर के पीछे स्थित राकेश के पैतृक आवास पर कार्रवाई की गयी. भोपाल की पुलिस जिस राकेश को खोज रही है, उसका भाई मनोज पटेल जमशेदपुर में एक प्राइवेट अस्पताल का मालिक है.
पुलिस इस पूरे मामले में इस पर भी नजर रख रही है. व्यापमं घोटाले के बाद मध्यप्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है. घोटाले को लेकर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सवालों के घेरे में आ गये हैं.
इधर इस मामले को लेकर चाईबासा पहुंची भोपाल एसटीएफ की टीम ने राकेश पटेल के नहीं मिलने पर उसके पिता व भाई मुन्ना पटेल से पूछताछ की. पुलिस ने बताया कि मुन्ना के अकाउंट में भोपाल से राकेश पटेल ने पांच लाख रुपये जमा कराया है. वहीं राकेश के एक अन्य भाई मनोज पटेल को भी पुलिस खोज रही है. छापेमारी के दौरान वह घर पर नहीं था. मनोज पटेल जमशेदपुर के डिमना रोड में एक निजी अस्पताल का मालिक है. एसटीएफ इस अस्पताल पर भी नजर रख रही है. राकेश पटेल मूल रूप से बिहार के नालंदा जिले का रहनेवाला है. इस मामले में जमशेदपुर से जुड़े एक अन्य शख्स की भी तलाश है. भोपाल एसटीएफ की टीम डीएसपी गुरुवचन सिंह के नेतृत्व में चाईबासा पहुंची थी. टीम में एसआइ प्रेमनारायण यादव भी शमिल थे. छापेमारी में सदर थाना के सीआइ सुधीर कुमार, सदर थानेदार अनिल सिंह भी मौजूद थे.
5 हजार का इनाम है राकेश पर
राकेश पटेल पर एसटीएफ की ओर से पांच हजार रुपये का इनाम रखा गया है. आरोपी व उसके दो साथियों के खिलाफ भोपाल में मामला दर्ज है. राकेश के दोनों साथियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि राकेश पटेल काफी समय से फरार चल रहा है.