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जमशेदपुर : सोनू को पोपो ने मारी थी गोली, जुए में बंधक बाइक का किया था उपयोग
जमशेदपुर : बर्मामाइंस स्टार टाॅकीज के पास जुगसलाई बंगाली पाड़ा के सोनू मिश्रा की हत्या में रंजीत-संजीत के जुआ अड्डा में हार के बाद बंधक रखी बाइक का इस्तेमाल किया गया था. 15 दिसंबर को कोर्ट से निकलने के बाद सोनू मिश्रा की रेकी दीपक तिवारी उर्फ चंदन काना ने की. स्टार टाॅकीज के पास […]
जमशेदपुर : बर्मामाइंस स्टार टाॅकीज के पास जुगसलाई बंगाली पाड़ा के सोनू मिश्रा की हत्या में रंजीत-संजीत के जुआ अड्डा में हार के बाद बंधक रखी बाइक का इस्तेमाल किया गया था.
15 दिसंबर को कोर्ट से निकलने के बाद सोनू मिश्रा की रेकी दीपक तिवारी उर्फ चंदन काना ने की. स्टार टाॅकीज के पास सोनू मिश्रा के पहुंचने की सूचना मिलने के बाद पोपो ने गोली मारी और फिर लोकेश कुमार उर्फ काठमांडू की बाइक पर बैठकर पोपो फरार हो गया. गोली मारने के बाद पोपो ने दीपक और संजीत को खबर की.
पुलिस ने रेकी करने वाले दीपक और काठमांडू को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल काठमांडू का एक और दीपक का तीन मोबाइल भी जब्त किया है. हथियार पोपो लेकर चला गया. पुलिस गोली मारने वाले पोपो की तलाश कर रही है. इसी मामले में रंजीत साव कोर्ट में सरेंडर कर चुका है. संजीत और अजीत को सरेंडर करने के लिए पुलिस दबिश बना रही है.
यह जानकारी मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एसएसपी अनूप बिरथरे ने दी. उन्होंने कहा कि शराब के धंधे को लेकर घटना को अंजाम दिया गया है. इस मौके पर एसपी सिटी प्रभात कुमार, डीएसपी आलोक रंजन, बर्मामाइंस थानेदार रामयस प्रसाद, परसुडीह थानेदार अनिमेष गुप्ता व बागबेड़ा थानेदार लक्ष्मण प्रसाद भी मौजूद थे. प्राथमिकी में तीन को बनाया गया था नामजद.
सोनू मिश्रा की हत्या के संबंध में उसके पिता बैद्यनाथ मिश्रा के बयान पर रंजीत साव, संजीत साव, अजीत साव समेत अन्य के खिलाफ गोली मारकर हत्या करने का मामला दर्ज किया गया था. दर्ज मामले में तीनों भाईयों को घटनास्थल पर मौजूद बताया गया, जबकि पुलिस की जांच में संजीत घटना का मुख्य साजिशकर्ता निकला. पुलिस हत्या में रंजीत और अजीत के भाईयों की भूमिका की जानकारी इकट्ठा की जा रही है.
सुबह में दीपक ने बाइक और दो हजार रुपये दिये थे
सोनू मिश्रा की हत्या के लिए संजीत ने अधिवक्ता के माध्यम से सोनू मिश्रा के कोर्ट में हाजिर होने की तारीख पता की. इसके बाद 15 दिसंबर को दीपक ने संजीत के कहने पर काठमांडू और पोपो को एक बाइक और दो हजार रुपये दिये. इसके बाद दीपक कोर्ट गया, जहां सोनू की रेकी की. सोनू के कोर्ट से निकलने पर सूचना दीपक ने पोपो को जानकारी दी.
हत्या करने के बाद काठमांडू और पोपो दोनों आरआइटी गये. कुछ देर बाद दीपक ने संजीत के कहने पर मुंशी सत्येंद्र सिंह से पांच हजार रुपये लिये और आदित्यपुर के एक पंप के पास जाकर रुपये दीपक-पोपो को दिये. रुपये लेने के बाद दोनों वहां से गम्हरिया गये. पुलिस ने घटना में सबसे पहले दीपक को गिरफ्तार किया. दीपक के निशानदेही पर पुलिस ने काठमांडू को पकड़ा.
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