जमशेदपुर : टाटा स्टील में वेज रिवीजन समझौता लटक गया है. समझौता को लेकर लगातार दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन एक माह से किसी तरह की कोई वार्ता नहीं होने से अनिश्चितता का माहौल है. मई माह बीत चुका है, अब जून शुरू हो चुका है. उम्मीद इस माह में भी कम ही लग रहा है क्योंकि टाटा वर्कर्स यूनियन के एजीएम और संविधान संशोधन को लेकर यूनियन के पदाधिकारी रांची की दौड़ लगाते रहेंगे. एजीएम को लेकर श्रमायुक्त का अगर फैसला आ गया तो निश्चित तौर पर पदाधिकारियों की परेशानी काफी ज्यादा हो जायेगी. वहीं, जून माह में ही इसको लेकर झारखंड हाईकोर्ट में भी सुनवाई होने वाली है. इस सुनवाई के बाद ही किसी तरह का मामला निबटाया जा सकेगा.
संकट में इस पर कोई बात नहीं होगी : अध्यक्ष
खदान को लेकर काफी परेशानी है. इस परेशानी को दूर करने के लिए कोशिश हो रही है. यूनियन भी गंभीर है. बहुत जल्द इस पर बातचीत होगी, लेकिन संकट की स्थिति है, ऐसे में हम लोगों को इसको लेकर दबाव बनाना उचित नहीं होगा.
-पीएन सिंह, अध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन