जमशेदपुर : झामुमाे के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत साेरेन ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास अपने ही दल के 27 विधायकाें का समर्थन खाे चुके हैं. इन विधायकों ने अविश्वास जता कर साबित कर दिया कि सरकार अपना विश्वास खाे चुकी है. ऐसे में राष्ट्रपति के पास पर्याप्त आधार है कि वे वर्तमान सरकार काे बर्खास्त करें. इस मामले काे लेकर झामुमाे विधायक जल्द ही राज्यपाल से मिलेंगे. श्री साेरेन मंगलवार काे जमशेदपुर दाैरे के क्रम में सर्किट हाउस में आयाेजित संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे.
श्री साेरेन ने कहा कि नेतहराट में कैबिनेट की बैठक आयाेजित की जा रही है. नियाेजन नीति की समीक्षा की जा रही है, क्योंकि भाजपा के ही विधायकाें ने नाराजगी व्यक्त कर दी है. 11 गैर अनुसूचित जिलाें के लिए मंत्री अमर बाउरी के नेतृत्व में समिति का गठन किया गया है. इस मामले काे लेकर झामुमाे लगातार अपना विराेध जताता आया है. उन्होंने कहा कि सामान्य वर्ग काे रघुवर की नीतियाें से अधिक नुकसान हुआ है. झामुमाे मांग करता है कि नियुक्तियाें पर तुरंत राेक लगायी जानी चाहिए. अंतिम सर्वे काे ही आधार बनाकर नियुक्तियां की जानी चाहिए.
इसलिए कार्रवाई नहीं कर रही सरकार
हेमंत साेरेन ने कहा कि मुख्य सचिव, डीजीपी, एडीजी के मुद्दे पर सड़क से लेकर सदन तक झामुमाे ने विराेध किया. सरकार ने काेई कार्रवाई इसलिए नहीं कि क्योंकि विपक्ष के कहने पर एक्शन लेने से झामुमाे काे इसका श्रेय मिलेगा. उन्होंने कहा कि तीन साल के कार्य कलाप को देखें, तो सीएनटी, भूमि अधिग्रहण, स्थानीयता नीति, नियाेजन नीति से विधायक ही खुश नहीं हैं.
संसदीय कार्यमंत्री रहे सरयू राय अपने कार्यकाल विधान सभा में रहकर भी सदन में नहीं जाते थे. ऐसी स्थिति में इस सरकार का बने रहना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने बताया कि अादिवासियाें काे 25 हजार की नाैकरी में घाेटाला किया जा रहा है. नाैकरी देने की हालात में सरकार नहीं है आैर चेन्नई में 5 हजार गार्ड तैयार किये जा रहे हैं.