घाटशिला: खड़गपुर की दो महिलाओं ने मिल कर रविवार की दोपहर में राखा माइंस सिग्नल खिड़की से छह बैटरियों की चोरी कर ली. इससे दो घंटे तक सिग्नल फेल रहा. जिससे तीन मालगाड़ी समेत पांच ट्रेनें निर्धारित समय से विलंब से चलीं.
घटना दोपहर 1 बज कर 45 मिनट पर घटी. इससे 1.45 बजे से 3.55 तक सिग्नल फेल रहा. लगभग दो घंटे तक सिग्नल फेल होने से सिग्नल मैन और आरपीएफ को परेशानियों का सामना करना पड़ा. इससे राखा माइंस में सिग्नल ब्रेक हो गया और दो पैसेंजर ट्रेनों समेत पांच गाडियां विलंब से चलीं. इस मामले में घाटशिला आरपीएफ ने खड़गपुर की एक महिला रतिमा बीबी को हिरासत में लिया है, जबकि गुलशन व बुलबुली की तलाश जारी है. हिरासत में ली गयी महिला ने आरपीएफ को बताया कि जिस महिला ने बैटरियों की चोरी की. वह बैटरी समेत अपना पूरा सामान बोरा में छोड़ कर भाग गयी. आरपीएफ उक्त महिला की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है. जानकारी के मुताबिक रविवार को लोहा, टीना चूनने वाली और फेरी करने वाली दो महिलाएं राखा माइंस सिग्नल खिड़की के पास पहुंची.
सिग्नल खिड़की में लकी एक्साइड कंपनी की छह बैटरियों की चोरी कर एक महिला ने बोरा में रख दिया. इसी बीच सिग्नल फेल होने के कारण सिग्नल मैन समेत अन्य लोग पहुंचे तो देखा कि सिग्नल खिड़की से छह बैटिरयों की चोरी कर ली गयी है. सूचना आरपीएफ को मिली तो आरपीएफ भी वहां पहुंची और महिलाओं के बोरों की जांच की तो एक बोरे में रखी बैटरियां बरामद कर ली गयी. जिस महिला ने बैटरियों की चोरी की थी. वह तो बोरा छोड़ कर भाग गयी. मगर एक अन्य महिला पकड़ी गयी. घाटशिला आरपीएफ ने बताया कि बुलबुली नामक महिला की तलाश जारी है. आरपीएफ ने बताया कि भागने वाली महिला के खिलाफ आरपीयूपी एक्ट की धारा 3 के तहत प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
ट्रेनें जो विलंब से चलीं
आरपीएफ ने बताया कि सिग्नल खिड़की से बैटरी चुराने के कारण अप चाकुलिया- टाटानगर पैसेंजर ट्रेन, डाउन आसनसोल- खड़गपुर मेमो ट्रेन और तीन मालगाड़ियां विलंब से चलीं. इन ट्रेनो को सिग्नल से पास कराने के लिए कोलिंग का सहारा लेना पड़ा. आरपीएफ ने बताया कि दोपहर 1.45 से 3.55 तक तक सिग्नल ब्रेक रहा. इस दौरान तीन मालगाड़ियां और अप और डाउन में एक-एक पैसेंजर ट्रेनों को कोलिंग का सहारा लेकर चलाया गया. इस घटना के बाद आरपीएफ सचेत है. बताया जाता है कि जहां सिग्नल खिड़की है. वहां झाड़ियां उग आयी हैं. इसके कारण महिलाओं को बैटरियों की चोरी करने में आसानी हुई. क्योंकि उक्त रास्ते से कोई आवागमन नहीं करता है.