दस मिनट तक हंगामा चलने के बाद मुखे और मंटू के समर्थक साकची गुरुद्वारा के लंगर हॉल में जाकर बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की. दोनों उम्मीदवार और उनके समर्थकों ने सोमवार को सुबह 11 बजे एसडीओ से मिलकर वस्तुस्थिति से अवगत कराने का निर्णय लिया.
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एसडीओ ने दिया आदेश, 15 दिनों में विवादित गुरुद्वारों का मसला हल करें, सीजीपीसी की एजीएम रद्द, हंगामा
जमशेदपुर: सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) की रविवार को होने वाली आमसभा को एसडीओ माधवी मिश्रा ने हंगामे के आसार को देखते हुए रद्द कर दिया. एसडीओ ने विवादित गुरुद्वाराें का मसला 10 से 15 दिनों के अंदर हल करने के बाद सीजीपीसी का चुनाव कराने का निर्देश दिया है. वहीं रविवार को एजीएम को […]
जमशेदपुर: सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) की रविवार को होने वाली आमसभा को एसडीओ माधवी मिश्रा ने हंगामे के आसार को देखते हुए रद्द कर दिया. एसडीओ ने विवादित गुरुद्वाराें का मसला 10 से 15 दिनों के अंदर हल करने के बाद सीजीपीसी का चुनाव कराने का निर्देश दिया है. वहीं रविवार को एजीएम को लेकर पहुंचे उम्मीदवार गुरमुख सिंह मुखे और हरविंदर सिंह मंटू और उनके समर्थकों ने वोटर लिस्ट की खामियां को लेकर सीजीपीसी कार्यालय में आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए हंगामा किया.
इधर, सीजीपीसी के चुनाव कन्वेनर हरनेक सिंह व कार्यकारी प्रधान इंदरजीत सिंह ने कहा कि एसडीओ के आदेश के बाद उन्होंने एजीएम को रद्द कर दिया. विवादित गुरुद्वारों में चुनाव कराने के बाद ही चुनाव कराया जायेगा. चार नवंबर को श्री गुरुनानक देव जी के प्रकाशोत्सव को देखते हुए आगे की कार्रवाई की जायेगी. हालांकि आमसभा को देखते हुए एसडीओ के निर्देश पर दंडाधिकारी डीके पांडेय व साकची थाना प्रभारी मदन कुमार फोर्स के साथ तैनात थे. आमसभा रद्द होने की जानकारी दंडाधिकारी ने सीजीपीसी चुनाव कमेटी को दी. आमसभा रद्द होने के बाद काफी देरी तक वहां उम्मीदवार हरमिंदर सिंह अपने समर्थकों के साथ जमे हुए थे. हरमिंदर सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने आमसभा करने का जोर लगाया था. उन्हीं लोगों ने अपनी हार को देखते हुए एसडीओ से मिलकर आमसभा को रद्द करा डाला. वहीं उम्मीदवार मुखे और मंटू दोनों अपने समर्थकों के साथ वोटर लिस्ट दुरुस्त करने के बाद ही चुनाव कराने की मांग पर अड़े रहे. आमसभा को लेकर अधिकांश गुरुद्वारा कमेटी के पदाधिकारी (वोटर) पहुंचे हुए थे.
वोटर लिस्ट से नाम काटने का अधिकार किसी को नहीं. सीजीपीसी की आमसभा रद्द होने के बाद उम्मीदवार गुरमुख सिंह मुखे और हरविंदर सिंह मंटू ने अपने समर्थकों के साथ साकची गुरुद्वारा के लंगर हॉल में मीटिंग की. बैठक में पटना गुरुद्वारा कमेटी के कार्यकारी प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह ने सीजीपीसी की चुनाव प्रक्रिया को गलत बताया. उन्होंने कहा कि पहले आमसभा की बैठक होनी चाहिए, फिर कन्वेनर चुनने के बाद चुनाव की तीथि तय होनी चाहिए थी, लेकिन सीजीपीसी ने पहले नामांकन की तीथि की घोषणा कर दी. उन्होंने कहा कि गुरुतेग बहादुर मेमोरियल हॉल की बनायी गयी डीड में भी किसी एक का नाम दिया गया है, जबकि डीड में मौजूदा सीजीपीसी के प्रधान द्वारा देखभाल करने का उल्लेख होना चाहिए था. गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद वोटर लिस्ट में नाम काटने का अधिकारी किसी को नहीं है. पूर्व वोटर लिस्ट के आधार पर ही चुनाव होना चाहिए. जहां विवाद नहीं है, उन गुरुद्वारों में भी सीजीपीसी साजिश के तहत (जहां उनके स्पोटर नहीं है) विवाद पैदा कर चुनाव कराने में लगी है. बैठक में निर्णय लिया गया है कि सोमवार को दोनों उम्मीदवार समर्थकों के साथ एसडीओ से मिलकर चार नवंबर को श्री गुरुनानक देव जी के प्रकाशोत्सव से पूर्व चुनाव कराने की मांग करेंगे.
विवादित गुरुद्वारों में चुनाव के बाद ही सीजीपीसी का होगा चुनाव : इंदरजीत. सीजीपीसी के कार्यकारी प्रधान इंदरजीत सिंह ने कहा है कि एसडीओ के आदेश पर विवादित गुरुद्वारा जेम्को आजादबस्ती, बिष्टुपुर, बारीडीह, टिनप्लेट गुरुद्वारा का चुनाव कराने के बाद ही सीजीपीसी का चुनाव होगा. उक्त गुरुद्वारों में चुनाव संबंधी निर्देश दंडाधिकारी द्वारा जांच रिर्पोट के बाद मिला है. उन्होंने कहा है कि सभी गुरुद्वारा में विवाद को खत्म करने के बाद सीजीपीसी के चुनाव कराने को लेकर ही एसडीओ ने आमसभा को भी रद्द किया है. सीजीपीसी के चुनाव को लेकर तैयार की गयी वोटर लिस्ट में कोई गड़बड़ी नहीं है.
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