जमशेदपुर : जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में नैक की टीम का दो दिवसीय दौरा मंगलवार की रात 10 बजे तक जारी रहा. सुबह 10 बजे से लेकर रात 10 बजे तक नैक की टीम के सदस्यों ने कॉलेज का दौरा किया. मंगलवार को टीम ने कॉलेज के वित्त विभाग से जुड़ी एक-एक जानकारी को कलमबंद की. इस दौरान यह देखा गया कि कॉलेज में छात्राअों की फीस व सरकार की अोर से जो राशि कॉलेज के विकास मद में दी जाती है, उसका किस प्रकार उपयोग हो रहा है.
इस दौरान पाया गया कि वित्त संबंधी जानकारी पारदर्शी तरीके से फोल्डर बना कर रखा गया था. साथ ही कॉलेज में अगर किसी भी प्रकार का कोई खर्च किया गया था, तो उससे संबंधित दस्तावेज भी कॉलेज प्रबंधन द्वारा नैक की टीम को दिखाये गये. इसके बाद ग्रीन हाउस और हॉस्टल का टीम ने दौरा किया. यहां पाया गया कि हॉस्टल में साफ-सफाई बेहतर है, लेकिन इसमें अौर सुधार की गुंजाइश होने की बात कही. इस दौरान हॉस्टल में रहने वाली छात्राअों की सुरक्षा को लेकर किये गये प्रयासों की भी जानकारी ली गयी. इस दौरान देखा गया कि जिम में बेहतर उपकरण हैं, इसे इस्तेमाल किया जाता है या फिर ऐसे ही रखा गया है. इस दौरान बताया गया कि कॉलेज की छात्राएं खास कर हॉस्टल में रहने वाली छात्राएं इसका उपयोग करती है. इस दौरे के बाद दो दिनों के दौरान जो कुछ भी उभर कर सामने आया उसे लेकर करीब 5 घंटे की मैराथन बैठक के बाद फाइनल रिपोर्ट तैयार की गयी. रात करीब 9 बजे कॉलेज की प्रिंसिपल व शिक्षक-शिक्षिकाअों के साथ फाइनल एक्जिट मीटिंग हुई, जिसमें सभी को कई निर्देश दिये गये.
प्रोफेसर के क्वार्टर खाली, रहने वाला कोई नहीं. नैक की टीम के दौरे के दौरान यह भी देखा गया कि वीमेंस कॉलेज में शिक्षक-कर्मचारियों के लिए क्वार्टर आवंटित किया गया है, लेकिन उसमें फिलहाल कोई रह नहीं रहा है. क्वार्टर खंडहर में तब्दील हो रहा है. इसके पीछे कारण बताया गया कि क्वार्टर लेने से एचआरए की राशि कटती है. जो काफी ज्यादा होती है. इसी वजह से आवंटित क्वार्टर खाली है.
डॉ शीला राम चंद्रन ने की सराहना. नैक की टीम की चेयरमैन सह कोयंबटूर की अविनाशहिलिंगम डीम्ड यूनिवर्सिटी की पूर्व वाइस चांसलर डॉ शीला रामचंद्रन ने रात करीब 9 बजे शुरू हुई बैठक में कॉलेज के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं के कार्यों की प्रशंसा की और कई जरूरी निर्देश दिये.