सजायाफ्ता महिला कैदी को गिरफ्तार करने उसके घर गयी थी पुलिस
: रांची ले जाने के क्रम में रास्ते में महिला की हुई मौत
हजारीबाग पदमा. पेरॉल से बाहर आयी पांच वर्षों से फरार सजायाफ्ता कैदी मुन्नी देवी ने जेल जाने से बचने के लिए सल्फास की गोली खा ली, जिससे उसकी मौत हो गयी. सल्फास की गोली खाने की सूचना महिला ने अपनी बेटी को फोन पर दी थी. सजायाफ्ता महिला कैदी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस वारंट लेकर 18 फरवरी को खिरगांव मालीटोली पहुंची थी. पुलिस ने महिला मुन्नी देवी को गिरफ्तार कर अपने वाहन में बैठाया. पुलिस मुन्नी देवी को न्यायालय में प्रस्तुत करने ले जा रही थी. इसी दौरान उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. पुलिस उसे लेकर शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची. अस्पताल में पुलिस को जानकारी हुई कि मुन्नी देवी ने सल्फास की गोली खा ली है. चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार कर उसे रांची रिम्स रेफर कर दिया. रांची ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गयी.
क्या है मामला : पदमा थाना प्रभारी राणा भानु प्रताप सिंह ने कहा कि महिला की गिरफ्तारी लिए वारंट जारी था. 2008 में मुन्नी देवी ने अपने प्रेमी जितेंद्र सिंह के साथ मिल कर पति प्रकाश यादव की हत्या कर दी थी. इस मामले में मुन्नी देवी और जितेंद्र सिंह को पदमा पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. दोनों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा मिली थी. थाना प्रभारी ने कहा कि दोनों सजायाफ्ता कैदी पेरॉल पर तीन माह के लिए जेल से बाहर आये थे. सजायाफ्ता कैदी जितेंद्र सिंह ने पेरॉल की अवधि पूरी होने बाद न्यायालय मे आत्मसमर्पण कर दिया. न्यायालय ने उसे दोबारा जेल भेज दिया. जबकि सजायाफ्ता महिला कैदी मुन्नी देवी फरार हो गयी. इसके बाद से वह पांच वर्षों से फरार चल रही थी.
सूचना पर पहुंची पुलिस : थाना प्रभारी ने बताया कि फरार सजायाफ्ता कैदी मुन्नी देवी के खिरगांव मालीटोला के एक घर में छिपे होने की जानकारी मिली. जानकारी के आधार पर पुलिस मुन्नी देवी को गिरफ्तार करने माली टोला पहुंची. जिस घर में मुन्नी देवी रह रही थी, वहां पुलिस पहुंच कर घर दरवाजा खटखटाया. मुन्नी देवी स्वयं बाहर निकली. थाना प्रभारी ने बताया कि उस महिला से पूछा कि कौन है मुन्नी देवी. पुलिस को उसने बताया कि मैं ही मुन्नी देवी हूं. पुलिस ने उसे कहा कि तुम्हारी गिरफ्तारी का वारंट है. मुन्नी ने साड़ी बदल कर आने की बात कह कर घर के अंदर गयी. थाना प्रभारी ने कहा कि बाहर आने के बाद वह पुलिस की गाड़ी में बैठ गयी. गाड़ी में उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. स्थिति गंभीर देख कर उसे शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर आये. अस्पताल में मुन्नी की जांच पड़ताल के बाद उसे रांची रिम्स रेफर कर दिया गया. प्रभारी ने कहा कि महिला सजायाफ्ता कैदी मुन्नी की मौत रास्ते में हो गयी. मृतका मुन्नी देवी के भतीजा ने पुलिस को बताया कि चाची मुन्नी देवी अपनी पुत्री को सल्फास की गोली खाने सूचना मोबाइल पर दी थी.
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