हेडिंग..खरीदकर प्यास बुझा रहे नगरवासी 20हैज80में- प्रखंड़ मुख्यालय में बना जल मीनार चौपारण. प्रखंड मुख्यालय परिसर में पीएचडी विभाग से बनी जलमीनार की तीन में दो मशीन खराब है. गर्मी में बिजली की मार से प्रखंडवासी अलग परेशान हैं. दो मशीन में तकनीकी खराबी के कारण चट्टीवासी पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं. उन्हें पानी नहीं मिल पा रहा है. मुख्यालय सहित आसपास के लोगों को प्यास बुझाने के लिए पानी बाजार से खरीदना पड़ रहा है. चौपारण चट्टी के लिए यह इकलौती जल मीनार है. जिसे चट्टी वासियों को पेयजल आपूर्ति होती है. इस भीषण गर्मी में चट्टी वासियों को पेयजल की समस्या से जूझना पड़ रहा है. स्थानीय लोग इसकी शिकायत पीएचडी विभाग के वरीय अधिकारियों से कर चुके हैं, पर अब तक मशीन को नहीं बनाया जा सका और न ही नगर वासियों के लिए पेयजल की व्यवस्था हो सकी है. भगवान भरोसे है जल मीनार एक समय था जब चौपारण ब्लॉक परिसर में पीएचडी विभाग के कई अधिकारी एवं कर्मचारी रहा करते थे. इनके लिए विभाग द्वारा पीएचडी परिसर में कार्यालय के अलावा कई सरकारी आवास बने हुए हैं. आज के दिनों में सभी आवास जर्जर अवस्था में है. आज न तो कोई अधिकारी रहते हैं और न ही जलमीनार को देख रेख करने के लिए कोई कर्मचारी है. भगवान भरोसे चट्टी वासियों को पेयजल मिला रहा था. एक अर्जुन नामक कर्मी है. जल मीनार में पानी भरने के लिए 18 घंटे बिजली चाहिए तीन मशीन जब नियमित थी, उस समय पांच-छह घंटे में जल मीनार भर जाती थी. दो मशीन खराब हो गयी है. एक मशीन से पानी भरने में करीब 18 घंटे बिजली की जरूरत पड़ती है. बिजली नियमित नहीं रहने के कारण जल मीनार में पानी भर नहीं पा रहा है. यही कारण है चट्टीवासियों को पूर्ण मात्रा में जलापूर्ति नहीं हो पा रही है. मशीन बनाने की मांग ब्रह्मर्षि समाज के अध्यक्ष सुधीर सिंह, मुखिया पिंकी देवी, उषा देवी, प्रदीप केसरी, असीम चटर्जी, अनिल वर्णवाल, रिशु वर्णवाल, रोहित जैन, करुणा सिंह, राजेन्द्र प्रसाद भगत, आदित्य चौरसिया ने पीएचडी विभाग से खराब मशीन को तत्काल बनाने की मांग की है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है