चलकुशा. प्रखंड के अलगडीहा पंचायत के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय भिखनाडीह में मंगलवार को अजीबो-गरीब मामला प्रकाश में आया है. भिखनाडीह विद्यालय में मिड-डे मील के चावल में सल्फास की गोली मिलने से अभिभावक ने बच्चों को विद्यालय भेजना बंद कर दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि छोटे-छोटे बच्चों के बीच खराब खाना परोसा जाता है. इससे पूर्व भी बच्चों के बीच खराब अंडा परोसा गया था. जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया था. फिर अंडा को फेंक दिया गया था. बुधवार को सल्फास की गोली मिली है. प्रभारी प्रधानाध्यापिका पार्वती देवी ने कहा कि चावल खराब हो रहा था. प्रबंधन समिति सदस्यों के कहने पर कीड़ा मारने वाली दवा चावल में रखी गयी थी, ताकि चावल खराब न हो. वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी अमृता सिंह ने पूछे जाने पर कहा कि विद्यालय की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर आवेदन मिला था.
स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन सौंपेंगे ग्रामीण प्रैक्टिशनर
इचाक. नवीन ग्रामीण स्वास्थ्य संगठन से जुड़े प्रैक्टिशनरों की बैठक बुधवार को लक्ष्मी नारायण मंदिर बड़ा अखाड़ा इचाक में हुई. अध्यक्षता प्रमोद कुमार ने की. कहा गया कि ग्रामीण प्रैक्टिशनर (चिकित्सक) विगत 25-30 वर्ष से दूर दराज के गांव में सेवा देते आ रहे हैं. कोविड काल में जान जोखिम में डालकर चिकित्सीय सेवा दी. लोगों की जान बचायी. अब उम्र भी ढलती जा रही है. ऐसे में पेशा छिन जाने से परिवार के समक्ष समस्या उत्पन्न होगी. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री एवं सचिव से मिलकर ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया. बैठक में कौशल कुमार मेहता, अरविंद कुमार, डॉ दिनेश, योगेंद्र प्रसाद, सरोज पंडित, टोटन बागची, कृष्णा ठाकुर, उमेश मेहता, नवीन शर्मा, रामअवतार ठाकुर, जगत प्रसाद समेत कई लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

