सकारात्मक बदलाव के लिए सोच एवं व्यवहार में बदलाव जरूरी : डॉ मारग्रेट
हज़ारीबाग. अन्नदा कॉलेज विशेष व्याख्यान का आयोजन सोमवार को हुआ. व्याख्यान का आयोजन लैंगिक भेदभाव पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया. जिसका विषय कार्य स्थल पर लैंगिक भेदभाव था. मुख्य वक्ता विभावि राजनीति विज्ञान विभाग के अवकाश प्राप्त पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ मारग्रेट लकड़ा थी. कार्यक्रम की शुरुआत में कॉलेज प्राचार्य डॉ नीलमणि मुखर्जी एवं कॉलेज के विमेन एंपावरमेंट सेल की समन्वयक डॉ मीना श्रीवास्तव ने मुख्य वक्ता को पौधा व शॉल देकर सम्मानित किया. प्राचार्य ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को सामाजिक मुद्दों के प्रति जागरूक बनाने में सहायक होते हैं, जो समाज में सकारात्मक संदेश देता है. इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए कॉलेज में इंटरनल कंप्लेंट सेल एवं विमेन एंपावरमेंट सेल का गठन किया गया है. मुख्य वक्ता डॉ मारग्रेट लकड़ा ने लैंगिक समानता के महत्व पर प्रकाश डाला. कहा कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हमें अपनी सोच एवं व्यवहार में बदलाव करना जरूरी है. उन्होंने कार्यस्थल, शिक्षा एवं सामाजिक जीवन में लैंगिक भेदभाव के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. इस व्याख्यान में विद्यार्थियों ने अपने विचार व्यक्त किये और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा की. कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र हुआ. जिसमें विद्यार्थियों ने लैंगिक भेदभाव से जुड़े प्रश्न पूछे एवं समाधान के सुझाव प्राप्त किये. इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों को लैंगिक समानता की दिशा में प्रेरित करना और भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहित करना था. डॉ बंशीधर रुखरियार एवं ड़ॉ ललिता राणा ने अपने विचार रखे. उन्होंने बताया कि लिंग भेद क्या है और कैसे कार्यस्थल पर इसको रोका जा सकता है. व्याख्यान का संचालन डॉ प्रेरणा शर्मा एवं विषय प्रवेश डॉ सुचोरिता ने किया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ विनीता ने किया. इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों के अलावा कॉलेज के विभिन्न विभागों के शिक्षक समेत विद्यार्थियों ने भाग लिया. जिन छात्रों ने अपने विचार रखे उसमें तनिष्का, सुप्रिया, प्रियंका, हिमांशु, सौम्या, श्रीकांत, मानसी, राफिया, साक्षी, तन्नू, प्रगति, शिवानी शामिल थे.
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