Hazaribagh Auditorium Construction, हजारीबाग (आरिफ): हजारीबाग के शिक्षा विभाग को नये साल में बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है. जिले में ऑडिटोरियम (सभागार) के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. झील रोड स्थित सरकारी बीएड कॉलेज के सामने क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक (आरजेडीई), जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) और जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) के सरकारी आवास को हटाकर यह निर्माण कराया जाएगा. यह सभागार झारखंड शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (JCERT) द्वारा तैयार कराया जाएगा. इसके निर्माण पर करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे. ऑडिटोरियम तैयार होने के बाद हजारीबाग के साथ चतरा, कोडरमा और रामगढ़ जिले भी इससे जुड़ेगे.
ऑडिटोरियम में क्या क्या सुविधाएं होंगी
ऑडिटोरियम में आधुनिक सुविधाओं वाले स्टाफ क्वार्टर, आईसीटी लैब, स्मार्ट क्लासरूम के साथ पेयजल और शौचालय का निर्माण होगा. सभागार बनने के बाद बड़ी संख्या में शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम और अन्य गतिविधियां एक ही स्थान पर संचालित की जा सकेंगी.
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सरकारी आवास हुए जर्जर, परिसर खाली पड़ा
तीनों सरकारी आवास एक-दूसरे से सटे हुए हैं. एक फरवरी 2025 से आरजेडीई नहीं रहने से उनका आवासीय परिसर पूरी तरह खाली पड़ा है. वहीं, लंबे समय से कई डीएसई अपने सरकारी आवास का प्रयोग नहीं कर रहे हैं. वर्तमान डीएसई आकाश कुमार जल संसाधन विभाग के पास स्थित मजिस्ट्रेट कॉलोनी में रहते हैं. लंबे समय से खाली पड़े दोनों आवासीय परिसर में झाड़ियां उग आई हैं. डीएसई आवास तो झाड़ियों से पूरी तरह ढक चुका है. हालात यह हैं कि रास्ते से गुजरने पर आवास दिखाई तक नहीं देता. तीनों आवासीय परिसर के ठीक बगल में जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान (डायट) स्थित है. विभाग ने हजारीबाग स्थित डायट को 2025 में डायट ऑफ एक्सीलेंस घोषित करने की तैयारी कर ली है.
प्रस्ताव JCERT ने तैयार किया
ऑडिटोरियम निर्माण का विस्तृत प्रस्ताव झारखंड शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (JCERT) ने तैयार किया है. इसमें हजारीबाग समेत पड़ोसी जिले चतरा, कोडरमा और रामगढ़ को भी जोड़ने की योजना है. आवश्यक निर्माण कार्य पर होने वाला खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी.
प्रशिक्षण और डिजिटल शिक्षा की होगी सुविधा
नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा से जोड़ने पर जोर दिया गया है. शिक्षकों को प्रशिक्षण देना अनिवार्य हो गया है और इसके लिए बड़े सभागार की जरूरत महसूस की जा रही थी. हजारीबाग में उपयुक्त स्थान उपलब्ध होने के कारण यहां सभागार निर्माण का फैसला लिया गया है. इस संबंध में डीईओ- प्रवीन रंजन सह प्रभारी क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक, उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल हजारीबाग ने कहा कि नई शिक्षा नीति के बाद विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षकों का प्रशिक्षण आवश्यक है. हजारीबाग में सभागार बनना चाहिए. जिले में इसके लिए उपयुक्त भूमि भी उपलब्ध है. विभाग ने हजारीबाग डायट को 2025 में डायट ऑफ एक्सीलेंस घोषित किया है.
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